झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सदन के बाहर बीजेपी विधायकों ने जहां जोरदार हंगामा किया. वहीं, सदन के अंदर शोक प्रस्ताव पेश किया गया. शोक प्रस्ताव के बाद बाद सदन 31 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. मानसून सत्र के पहले दिन बीजेपी की तरफ से सदन में विधायक और मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने सदन में शोक प्रस्ताव रखा. जबकि कांग्रेस की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री और कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम ने सदन में शोक प्रस्ताव रखा. वहीं, आरजेडी की तरफ से मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने सदन में शोक प्रस्ताव को रखते हुए दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दिया. इस दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने भी दिवंगत विभूतियों को शोक प्रस्ताव के जरिए श्रद्धांजलि दी.
सदन के बाहर हंगामा
वहीं, सदन की कार्यवाही से पहले बीजेपी विधायकों ने विधानसभा के बाहर जोरदार हंगामा किया. बीजेपी के विधायक पोस्टर पहुंचे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी विधायकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. वहीं, विधायकों का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है. सरकार का अपराधियों पर कोई नियंत्रण नहीं है. हेमंत सोरेन सरकार को इस्तीफा देकर जनता से माफी मांग लेनी चाहिए.
आजसू ने भी सरकार को घेरा
आजसू विधायक सुदेश महतो ने कहा कि राज्य के अंदर कानून व्यवस्था की स्थति पर लगातार सवाल उठा रहा हूं. जिस तरह से बेलगाम अपराधी घूम रहे हैं सरकार को समाने आना चाहिए और चर्चा करना चाहिए. देश में सबसे ज्यादा महिला अपराध और अन्य अपराध की घटना झारखंड में हो रही है. यहां सिर्फ वरीय पदाधिकारियों का तबादल हो रहा है. उन्होंने कहा कि एनडीए का गठन 25 साल पहले हुआ तब से इसका हिस्सा हूं. आज इसके समानांतर इंडिया का गठन हुआ है. आज यूपीए कहां है.
वहीं, दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने मणिपुर की घटना पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
HIGHLIGHTS
- झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन स्थगित
- विधानसभा स्पीकर ने सदन को किया संबोधित
- सरकार पेश करेगी अनुपूरक बजट
Source : News State Bihar Jharkhand