धनबाद के SNMMCH में वेंटिलेटर न मिलने पर एक नवजात ने दम तोड़ दिया. पूरा मामला गोविंदपुरी थाना इलाके का है. जहां एक युवती ने एक शिशु को जन्म दिया. जिसके बाद डॉक्टर और नर्स की लापरवाही के कारण बच्चा रोया तो नहीं, लेकिन सास लेने में दिक्कत होने के कारण बच्चे को अस्पताल लाया गया, लेकिन अस्पताल में वेंटिलेटर न होने के वजह से नवजात को रिम्स रेफर कर दिया गया. इसी दौरान नवजात ने रास्ते में ही अपना दम तोड़ दिया. परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग और सरकार से गुहार लगाई है और मांग की है कि जो घटना उसके बच्चे के साथ हुई और एक मां की गोद सुनी हो गई वह किसी और के साथ ना हो, इसलिए जल्द से जल्द एसएनएमसीएच में वेंटिलेटर की व्यवस्था करवाई जाए.
वहीं, इस मामले में जब अस्पताल अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया, कि वेंटिलेटर की सुविधा उनके अस्पताल में है खराब नहीं है, लेकिन सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन से उसका कनेक्शन नहीं होने की वजह से अभी यह सुविधा बहाल ही नहीं हो पाई है, लेकिन बहुत जल्द इस मसले का समाधान किया जाएगा. इसके लिए सरकार से किसी अलग से फंड मांगने की आवश्यकता नहीं है.
बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सरकार से अलग से किसी फंड की आवश्यकता नहीं है तो एसएमएमसीएच प्रबंधन के द्वारा लंबे समय से इस प्रकार की लापरवाही क्यों सामने आ रही है और नवजात प्रतिदिन वेंटिलेटर के अभाव में नवजात की जान जा रही है. ऐसे में इस पर अस्पताल प्रबंधन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग को भी एक बार जरूर गंभीर होकर विचार करने की जरूरत है.
Source : News Nation Bureau