झारखंड के लोहरदगा जिले में माओवादियों के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों के ऑपरेशन डबल बुल के दौरान बड़ी छापेमारी की गई थी. 12 दिन के इस ऑपरेशन में नक्सलियों से सुरक्षाबल का 10 बार एनकाउंटर हुआ था. इसमें 9 जोनल कमांडर स्तर के माओवादी गिरफ्तार हुए थे. इनमें 10 लाख का इनामी माओवादी बलराम उरांव भी था इन छापेमारी में पुलिस ने विदेशी हथियार बरामद किए थे. इस मामले को NIA ने टेकओवर कर जांच शुरू कर दी है.
NIA की जांच के दायरे में झारखंड के 17 माओवादी खास तौर पर है जिन माओवादियों के खिलाफ उनके लिंक गतिविधियों,ट्राजेक्शन्स की जांच NIA कर रही है. उनमें रविंद्र गंझू, छोटू खेरवार, मुनेश्वर गंझू, लाजिम अंसारी, रंथु उरांव, अघनु गंझू, काजेश गंझू, नीरज सिंह, बलराम उरांव, सैलेश्वर उरांव, दशरथ सिंह, शैलेंद्र नगेशिया, मारकुश नगेशिया, मुकेश कोरवा, शीला खेरवार और संजय नगेशिया शामिल हैं. ऑपरेशन डबल बुल के दौरान की गई छापेमारी में हुई हथियारों की बरामदगी चौकाने वाली थी. इस छापेमारी में एक अमेरिकन ऑटोमैटिक राइफल समेत 19 असाल्ट रायफलस, एक कार्बाइन, एक पिस्टल, 2000 से अधिक बुलेट्स, एक्सट्रा मैगजीन्स, हैंडग्रेनेड, चार वायरलेस सेट, 16 आईईडी, विस्फोटक नक्सली साहित्य, सहित लेवी के करीब साढे तीन लाख रुपए बरामद हुए थे. एजेंसी अब इस हथियारों और विस्फोटकों के सुराग का पता लगा रही है.
Source : Rumman Ullah Khan