जून का महीना गर्मी की तपिश से जला देने वाला होता है, लेकिन गर्मी की तपिश के बीच बिहार का राजनीतिक माहौल भी बेहद गर्म होने वाला है. क्योंकि जून के महीने में एक तरफ पटना में महागठबंधन का महाजुटान होगा तो दूसरी ओर बीजेपी ने भी चुनावी बिगुल जून से ही फूंकने का ऐलान कर दिया है. ऐसी खबरें हैं कि पीएम मोदी भी बिहार में जून महीने से ही रैलियों की शुरुआत करने वाले हैं. हालांकि इसकी तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन एक तरफ महाजुटान से विपक्ष एक मंच पर आकर अपनी ताकत का एहसास कराएगा. नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एक साथ लाकर अपना दावा मजबूत करेंगे तो दूसरी ओर पीएम मोदी विपक्ष के महाजुटान के खिलाफ हुंकार भरेंगे.
गोड्डा सांसद की कड़ी प्रतिक्रिया
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश की अगुवाई में 12 जून को विपक्षी पार्टियों की बैठक होनी है. कई पार्टियों ने समर्थन भी दे दिया है. वहीं, इस पर अब राजनीति भी तेज है. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. निशिकांत दुबे ने कहा कि मेरे नीतीश कुमार से अच्छे संबंध रहे हैं. इसके बावजूद मैने भविष्यवाणी की है कि 2024 के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई भविष्य नहीं है और जिस आदमी का भविष्य नहीं है उसकी अगुवाई में बैठक होगी तो उसका क्या होगा अंदाजा लगाया जा सकता है.
'मुझे चंद्रगुप्त मौर्य नजर आ रहा है'
वहीं, उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक तेज हैं अच्छे हैं उन्हें केंद्र में नरेंद्र मोदी चाहिए. उन्होंने कहा कि आज मुझे चंद्रगुप्त मौर्य नजर आ रहा है. एक बैकवर्ड के खिलाफ दूसरे बैकवर्ड को खड़ा किया और उसका फायदा कोई तीसरा आदमी ले गया. मोदी जी पिछड़े वर्ग के प्रधानमंत्री है उन्हें हटाने के लिए ओपोजिशन नीतीश कुमार को यूज कर रहा है. चंद्रगुप्त मौर्य का इतिहास दुहराया जाएगा. पिछड़ा जाग चुका है वो नरेंद्र मोदी के अलावा किसी को पसंद नहीं करते हैं.
HIGHLIGHTS
- नीतीश का विपक्षी एकजुटता का दावा
- महाजुटान से मोदी को ललकारेंगे सीएम नीतीश कुमार
- बीजेपी का बयान-नीतीश कुमार का कोई भविष्य नहीं
Source : News State Bihar Jharkhand