झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरा चरण का आगाज हुआ और सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया. पूरे सदन में सिर्फ नियोजन नीति को लेकर विपक्ष की आवाज गूंजी, तो सदन के बाहर भी बीजेपी नेताओं ने हाथों में तख्ती लेकर जमकर प्रदर्शन किया. विधानसभा का बजट सत्र 4 तारीख को जिस मुद्दे पर खत्म हुआ था 13 मार्च तो उसी मुद्दे से सदन की कार्यवाही शुरू हुई. नियोजन नीति को लेकर गरमाई सियासत का असर पूरे सदन में दिखा. जहां सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक बेल में पहुंच कर नियोजन नीति को लेकर हंगामा करने लगे.
पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विपक्षी नेताओं को बार-बार अपनी सीट पर जाने के लिए कहते रहें, लेकिन बीजेपी के तमाम विधायक सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे. झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने से पहले भी सदन के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर दिखे. जहां विपक्ष ने सरकार पर नई नियोजन नीति के तहत युवाओं से धोखेबाजी का आरोप लगाया तो वहीं सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने बीजेपी पर पलटवार किया.
अब नियोजन नीति में 60:40 का अनुपात
दरअसल नियोजन नीति में हेमंत सरकार ने कुछ फेर बदल किए हैं. हाल में हुई कैबिनेट की बैठक में सीएम ने नई नियोजन नीति में कई संशोधन किए. जिसके तहत तृतिया, चुर्थवर्ग की नौकरी के लिए 10वीं और 12वीं झारखंड से करने की बाध्यता खत्म कर दी गई. उम्मीदवारों के लिए स्थानीय भाषा की जानकारी की अनिवार्यता भी खत्म कर दी गई. साथ ही अब नियोजन नीति में 60:40 का अनुपात होगा. यानी 40 फीसदी नियुक्तियों पर सभी आवेदन कर सकेंगे. 60 फीसदी नियुक्तियों पर आरक्षण लागू होगा.
युवा भी आक्रोशित
सरकार के इस फैसले के बाद से ही विपक्ष के साथ प्रदेश के युवा भी आक्रोशित हैं. विपक्ष का कहना है कि इस संशोधन से सरकार ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ धोखेबाजी की है. हालांकि अब नियोजन नीति पर शुरू वार-पलटवार कब खत्म होता है ये तो वक्त ही बताएगा.
HIGHLIGHTS
- पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर
- अब नियोजन नीति में 60:40 का अनुपात
- युवा भी आक्रोशित
Source : News State Bihar Jharkhand