ईडी ने झारखंड पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को पूछताछ के लिए समन भेजा है. राजीव अरुण एक्का ने राज्य में विधानसभा का सत्र चलने के चलते ईडी के सामने पेश होने में असमर्थता जाहिर की है. राजीव ने ईडी से 24 मार्च के बाद का समय मांगा है. राजीव को बुधवार सुबह 11 बजे ED ऑफिस में पूछताछ होनी थी. आपको बता दें कि ED को विशाल चौधरी के मोबाइल से एक्का के संबंध में कुछ साक्ष्य मिले हैं, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि हुई है. एक्का झारखंड के तीसरे आईएएस अधिकारी हैं, जिनसे ईडी पूछताछ करेगी. इससे पहले पूजा सिंघल और साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से पूछताछ की जा चुकी है.
निजी दफ्तर में बैठकर सरकारी फाइलें निपटाने का आरोप
साथ ही आपको बता दें कि भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पिछले सप्ताह वीडियो जारी कर IAS राजीव अरुण एक्का पर निजी दफ्तर में बैठकर सरकारी फाइलें निपटाने का आरोप लगाया था. वीडियो जारी होने पर सीएम के प्रधान सचिव पद से उन्हें हटा दिया गया है. झारखंड सरकार के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग ने झारखंड हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस विनोद कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी 6 महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. वहीं, IAS वंदना डाडेल को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया है. इसके साथ ही उन्हें गृह, कारा और आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
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एक्का ने ऐसा कोई अपराध नहीं किया- बन्ना गुप्ता
वहीं, आईएएस राजीव अरुण एक्का से जुड़े मामले में बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी के आरोप पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सवाल पूछा है कि क्या राजीव अरुण एक्का ने कोई हत्या या कोई बड़ा अपराध किया है. जिससे आम जनता का अरबों खरबों का रुपया बर्बाद हो गया है. मेरे समझ से ऐसा कोई अपराध नहीं हुआ है. सरकार न बचाने के लिए काम करती है और न ही फंसाने के लिए. जो जैसा अपराध करता है उसके अनुरूप उसे सजा मिलती है. बहरहाल सीएम ने कानून के हिसाब से उन्हें दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर दिया है.
बाबूलाल मरांडी का ट्वीट
आपको बता दें कि बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए थे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि झारखंड सरकार को दलाल-बिचौलिया ही चला रहे हैं. ये खबरें अब किसी से छिपी नहीं है. राज्य के गृह सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे श्री राजीव अरूण एक्का की बिचौलिए विशाल चौधरी और सेवानिवृत कार्यपालक अभियंता सुरेश ठाकुर के ऊपर कृपादृष्टि से पुलिस भवन निर्माण निगम में गड़बड़ियों की संलिप्तता के आशय में आज राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को संबंधित दस्तावेजों के साथ पत्र लिखा है. आशा है मुख्य सचिव इस मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए खुद की निगरानी में मामले की निष्पक्ष जांच का आदेश देंगे और संलिप्त लोगों के ऊपर तुरत कार्रवाई करेंगे.
IAS राजीव अरुण पर आरोप
निजी दफ्तर में सरकारी फाइलें निपटाने का आरोप
बाबूलाल मरांडी ने वीडियो जारी कर लगाया था आरोप
सरकार ने सीएम के प्रधान सचिव पद से हटा दिया था
कार्मिक विभाग ने जांच के लिए अधिसूचना जारी की
HC के रिटायर्ड चीफ जस्टिस विनोद गुप्ता जांच करेंगे
सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराना चाहती है.
HIGHLIGHTS
- राजीव अरुण एक्का आज नहीं होंगे ईडी के समक्ष पेश
- ईडी को चिट्ठी लिखकर जताई अमसर्थता
- विधानसभा सत्र के बाद हो सकती है पूछताछ
Source : News State Bihar Jharkhand