झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही. सीएम सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा जो ईडी की गिरफ्त में चल रहे हैं, उन्हें रिम्स से कांके स्थित केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान यानी सीआईपी लाया गया. जहां सीआईपी के ओपीडी में पंकज के स्वास्थ्य की जांच डॉक्टरों ने काफी देर तक की. बता दें कि विशेष सुरक्षा व्यवस्था में पंकज मिश्रा को सीआईपी में लाया गया. आपको बता दें कि कि पंकज मिश्रा को हेल्थ ग्राउंड पर रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां जांच रिम्स मेडिकल बोर्ड ने उन्हें स्वस्थ बताया है. 30 नवंबर को उन्हें रिम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया. इस तरह उन्हें 5 दिन पहले ही होटवार जेल जाने के लिए अनुमति दे दी गई थी.
इसके बावजूद पंकज मिश्रा रिम्स में ही कैदी वार्ड में पड़े रहना चाहते थे. ईडी ने इस पर कार्रवाई करते हुए पंकज मिश्रा को सीआईपी में भर्ती कराने का आग्रह किया है. आखिरकार सीआईपी में पंकज मिश्रा को शिफ्ट कर दिया गया है. बता दें कि अवैध खनन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत पंकज मिश्रा पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं सोमवार को उन्हें केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान में भर्ती कराया गया क्योंकि वह अफीम युक्त दवा लेने के आदी थे.
पुलिस से मिल चुकी है क्लीन चिट
बता दें कि पंकज मिश्रा को आर्म्स एक्ट में पुलिस के द्वारा क्लीन चिट दिया जा चुका है और न्यायालय ने भी पंकज मिश्रा के खिलाफ कोई संज्ञान नहीं लिया था. बावजूद इसके ईडी के सहायक निदेशक ने ईडी कोर्ट में यह जानकारी छिपाई है. पंकज मिश्रा केस संख्या 85/20 में अभियुक्त नहीं है और इसे आधार बनाकर ईडी के सहायक निदेशक देवदत्त झा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
HIGHLIGHTS
. पंकज मिश्रा को रिम्स से सीपीआईपी में कराया गया शिफ्ट
. पंकज मिश्रा अफीम युक्त दवा लेने के आदी थे
Source : News State Bihar Jharkhand