बोकारो के सदर अस्पताल में एक अज्ञात मरीज की मौत हो गई. मौत होने के बाद शव दो दिनों तक सामान्य मरीजों के बीच पड़ा रहा. अस्पताल प्रबंधन ने शव को मॉर्चरी में रखवाने की बजाय बेड पर ही छोड़ दिया. काफी देर तक शव को नहीं हटाने पर अन्य मरीजों के परिजन अस्पताल प्रबंधन से शव हटाने का आग्रह करते रहे, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसके बाद अस्पताल में भर्ती दूसरे मरीजों के परिजनों ने हंगामा कर दिया.
इस दौरान मरीज के परिजनों ने जब काफी शोर शराबा किया, तो सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल प्रबंधक पवन श्रीवास्तव को सूचना दी. अस्पताल प्रबंधक ने इसकी सूचना उपाधीक्षक डॉ जफारूल्लाह को दी, इस तरह समय बीतता ही गया, हंगामा भी बढ़ता गया. अधिकारी एक दूसरे से बात करते रहे. जब अस्पताल उपाधीक्षक अस्पताल पहुंचे तो मरीजों के परिजनों ने इस अव्यवस्था की शिकायत की.
इसके बाद उपाधीक्षक ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया, लेकिन लोगों ने पहले शव हटाने की मांग की. इसके बाद शव को हटाया गया. इस दौरान लोगों ने कहा कि सदर अस्पताल की व्यवस्था काफी लचर है. इस पर उपायुक्त को संज्ञान लेना चाहिए. अस्पताल प्रबंधन किसी बात को गंभीरता से नहीं लेता है.
Source : News Nation Bureau