चाइबासा नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. आये दिन यहां नक्सली हमले होते रहते हैं. नक्सली अक्सर पुलिस को अपना निशाना बनाते हैं. ऐसा ही के मामला एक बार फिर चाइबासा से सामने आ रहा है. जहां नक्सलियों ने पुलिस को बम से उड़ाने की साजिश रची थी, लेकिन वक्त रहते पुलिस ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया और एक बड़ी घटना होने से बच गई. अगर ये घटना हो जाती तो ना जाने कितने पुलिस वालों की जान चली जाती. नक्सलियों ने पुलिस को निशाना बनाने के लिए आईईडी बम बिछा रखा था. जिस पर पुलिस की नजर पड़ गई और उनके साजिश को नाकाम कर दिया. बता दें कि कई दिनों से पुलिस सर्च अभियान चला रही थी.
3 आईईडी बम बिछा रखा था
चाइबासा में पुलिस को उड़ाने की नक्सलियों के साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया है. दरअसल घोर नक्सल प्रभावित टोटों थाने के रेगांडहातु तुम्वाहाका जंगल में नक्सलियों ने पुलिस को उड़ाने के लिए 3 आईईडी बम बिछा रखा था. जिसे सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने खोज निकाला और नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया. पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने बताया कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया और अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहे हैं.
इसी को लेकर पुलिस सर्च अभियान चला रही थी. जहां से तीनों आईडी बम बरामद हुए हैं. बरमद किए गए बम का वजन करीब 1.03 किलोग्राम है. बरामद किए गए बम को पुलिस ने नष्ट कर दिया है. आपको बता दें कि, 10 अक्टूबर से एक संयुक्त सर्च अभियान गोईलकेरा थाने इलाके में चलाया जा रहा है. नक्सली हमेशा पुलिस को निशाना बनाने के लिए सड़क के नीचे आईईडी बम लगाते हैं ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच सके, लेकिन लगातार सर्च अभियान चलाकर पुलिस ने ना सिर्फ नक्सलियों के मंसूबे पर पानी फेर रही है, बल्कि उनकी कमर भी तोड़ने का काम कर रही है.