झारखंड धार्मिक न्यास बोर्ड द्वारा राजधानी रांची के ऐतिहासिक पहाड़ी मंदिर और संकट मोचन मंदिर में नई कमेटी बनाए जाने पर मंदिर के समर्थक और बीजेपी इसका विरोध कर रही है. वहीं, मंदिर के समर्थकों द्वारा मशाल जुलूस के साथ इसका विरोध प्रदर्शन भी किया गया है. साथ ही धार्मिक न्यास बोर्ड पर सवाल भी खड़े किए गए कि आखिरकार मंदिर में ही कमेटी क्यों बनाई जा रही है? मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरजाघर में भी कमेटी बनानी चाहिए. साथ ही लोगों ने कहा कि न्यास बोर्ड द्वारा राजनीतिक की जा रही है.
मस्जिद, गुरुद्वारे और गिरजाघर में भी बने कमेटी
वहीं, बीजेपी सांसद संजय सेठ का नई कमेटी बनाए जाने पर कहना है कि मंदिर में कमेटी क्यों बनाया जाएगा? पुजारी प्रक्रिया में कमेटी कैसी? कांग्रेस मंदिर में राजनिति ना करे. वहीं, मंदिर के पुजारी का कहना है कि न्यास बोर्ड मन्दिर में राजनीति करना बंद करे अन्यथा हम उग्र आंदोलन करेंगे. अगर धार्मिक न्यास बोर्ड मस्जिद, गुरुद्वारे और गिरजाघर में कमेटी बनती है तो हम मंदिर में भी कमेटी बनाने के अनुमति देंगे. क्यों बस मंदिरों के साथ ही छेड़छाड़ की जाती है.
अनपढ़ लोग दे रहे बयान: धार्मिक न्यास बोर्ड
इस प्रतिक्रिया पर धार्मिक न्यास बोर्ड ने कहा कि यह बयान वह लोग ही दे सकते हैं जो अनपढ़ हैं. मंदिर की कमेटी पर बीजेपी और जो यह लोग नहीं चाहते हैं कि मंदिर में कमेटी बने वही राजनीति कर रहे हैं. धार्मिक न्यास बोर्ड सदस्य राकेश सिन्हा ने कहा कि अगर धार्मिक न्यास बोर्ड मंदिर में कमेटी बनाती है तो मंदिर की सौंद्रीकरण और मंदिर की देखरेख धार्मिक न्यास बोर्ड के अंतर्गत आ जाएगी. इसमें बुराई क्या है? क्यों हमारे कार्य में राजनीति के नाम को लाया जा रहा है. जो लोग धर्म के नाम पर शॉपिंग मॉल खोले हुए थे उनका शटर डाउन किया जा रहा है. इसलिए अब यह राजनीतिक हथकंडा अपना कर मशाल जुलूस निकल रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- झारखंड में धार्मिक न्यास बोर्ड के फरमान पर राजनीति
- मंदिर समर्थकों ने भी किया प्रदर्शन
- कहा-मस्जिद, गुरुद्वारे और गिरजाघर में भी बने कमेटी
Source : News State Bihar Jharkhand