झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवा दिन भी हंगामेदार रहा. जहां कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के बयान पर जमकर घमासान हुआ. निर्धारित समय पर कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे और आदिवासियों को लेकर इरफान अंसारी के बयान पर ऐतराज जताने लगे. पांकी विधायक शशि भूषण मेहता ने तो इरफान अंसारी से कान पकड़कर माफी मांगने की बात कही, तो दोनों ही विधायक आमने-सामने हो गए. सदन में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं में तकरार हुई तो हंगामा और बढ़ गया.
आदिवासी समाज का अपमान!
हंगामा बढ़ता देख सदन विधानसभा अध्यक्ष ने भी नाराजगी जताते हुए सदन को साढे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. सदन के दोबारा शुरू होने पर भी इरफान के बयान पर घमासान नहीं रुका. जिसके बाद बीजेपी विधायक बिरंची नारायण ने इरफान अंसारी के बयान को लेकर मंत्री आलमगीर आलम से भी माफी मांगने की बात कही.
इरफ़ान के बयान पर घमासान
बीजेपी विधायक ने कहा कि ये बयान आलमगीर आलम के सामने दिया गया था. ऐसे में उन्हें माफी मांगनी चाहिए. बवाल बढ़ता देख इरफान अंसारी ने अपनी गलती मानते हुए माफी मांग ली. इरफान अंसारी के माफी मांगने के बाद भी हंगामा नहीं रुका. बीजेपी विधायक सदन के अंदर और सदन के बाहर भी विरोध जताते रहे और जमकर इरफान अंसारी को आड़े हाथ लिया. इस बीच कांग्रेस विधायक दीपीका पांडे ने भी उनके बयान पर माफी मांगी. बहरहाल, ऐसा पहली बार नहीं है कि इरफान अंसारी अपने बयान को लेकर विवादों में आए हैं. विवादों से इरफान अंसारी का नाता पुराना है. अब आदिवासियों को लेकर दिए उनके इस बयान पर घमासान कब तक होता है. ये देखने वाली बात होगी.
HIGHLIGHTS
- इरफ़ान के बयान पर घमासान
- सदन में बीजेपी ने उठाया सवाल
- दीपिका पांडे ने मांगी माफी
Source : News State Bihar Jharkhand