झारखंड में एक किसान के खुदकुशी करने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि गांव की पंचायत ने उसकी नाबालिग बेटी को बदचलन बताकर उसपर 40 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया था. लेकिन किसान पंचायत को पूरी रकम नहीं चुका पाया और इसलिए उसने खुदकुशी कर ली.
मामला पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के उलडंडा गांव का है. बताया जा रहा है कि गरीब किसान की तीन नाबालिग बेटियां और दो बेटे हैं. पंचायत ने रविवार को उसकी एक बेटी पर बदचलन होने का आरोप लगाकर 40 हजार रुपए जुर्माना लगा दिया था. इसी के साथ उसे गया-बनारस में कर्मकांड कर समाज को खिलाने-पिलाने का निर्देश दिया था. किसान ने किसी तरह कर्ज लेकर 7 हजार रुपए पंचायत को चुका दिए लेकिन बाकी पैसों का इंतजाम करने में असफल रहा और हारकर खुदकुशी कर ली.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान का शव गांव के पास बहने वाली जगातिया नदी के किनारे महुआ के पेड़ से लटका हुआ मिला. पिता की मौत के बाद बेटी ने भी कुंए में कूद कर जान देने की कोशिश की, लेकिन उसे बचा लिया गया.
खबरों की मानें तो किसान खेती के साथ-साथ मिट्टी के बर्तन भी बनाता था और इसी से अपने परिवार को पालता था. रविवार को पंतायत में भी उसने काफी देर तक गरीबी का हवाला देकर गुहार लगाई जिसेक बाद पंचायत ने उसे 11 हजार रुपए जुर्माना 51 बार उठक बैठक रने का फैसला सुनाया. किसान ने अपने साले से 7 हजार रुपए उधार लेकर पंचायत को दे दिए और बाकी पैसों का इंतजाम करने जंगल की तरफ निकल गया. दो दिनों तक किसान घर वापस नहीं लौटा और मंगलवार को उसका शव बरामद किया गया.
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इम मामले में पुलिस का कहना है कि शुरूआती जांच में समाज की प्रताड़ना से तंग आकर किसान के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. इस मामले में किसान की पत्नी की शिकायत पर सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है वहीं पूरा गांव इस घटना से
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो.