गुमला के ग्रामीणों के लिए आजीविका मिशन वरदान साबित हो रही है. यहां मुर्गी पालन कर किसानों ने गांव की कायापलट कर दी है. जहां लोग दो वक्त की रोटी भी बामुश्किल जुटा पाते थे वहां आज ग्रामीण अच्छा मुनाफा कमाकर बेहतर जीवन जी रहे हैं. कृषि प्रधान गुमला जिले में ज्यादातर किसान पहले सिर्फ पारंपरिक खेती में लगे रहते थे. सिंचाई की व्यवस्था दुरुस्त ना होने के चलते सिर्फ मानसून पर निर्भर थे. जिसके चलते किसानों को अक्सर आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ता था, लेकिन यहां के ग्रामीणों के लिए मुर्गीपालन उम्मीद की किरण साबित हो रही है.
मुर्गी पालन कर कमा रहे अच्छा मुनाफा
जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सरकार की आजीविका मिशन के तहत लोग मुर्गी पालन कर रहे हैं. रायडीह, पलकोट, बसिया, घाघरा, बिशुनपुर के कई इलाकों में सरकार की ये आजीविका मिशन सफल हो रही है. जहां मुर्गी पालन कर लोगों को ना सिर्फ रोजगार का जरिया मिला है बल्कि वो अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. यही वजह है कि मुर्गीपालन इन गांवों की तस्वीर और लोगों की तकदीर दोनों ही बदल रही है. ग्रामीण इलाकों में मुर्गी पालन से जिस तरह से लोगों के जीवन में बेहतर बदलाव आया है वो परिवार के हर व्यक्ति के चेहरे पर देखा जा सकता है. कल तक जो दो जून की रोटी के लिए भी जद्दोजहद करते थे वो आज अच्छा मुनाफा कमाकर अपने परिवार को अच्छा जीवन दे रहे हैं.
आजीविका मिशन लोग कर रहे मुर्गी पालन
वहीं, आजीविका मिशन को लेकर जिले के डीसी का कहना है कि शासन प्रशासन की पहल से जिले की सबसे बड़ी समस्या पलायन कम हो गया है. आजावीकि मिशन के तहत लोग रोजगार से जुड़ रहे हैं. गुमला की ये तस्वीर बताने को काफी है कि अगर ग्रामीणों को प्रशासन का साथ मिल जाए तो गांव की तस्वीर बदलते देर नहीं लगती.
HIGHLIGHTS
- मुर्गी पालन कर कमा रहे अच्छा मुनाफा
- आजीविका मिशन लोग कर रहे मुर्गी पालन
- रोजगार से जुड़कर बदली लोगों की तकदीर
Source : News State Bihar Jharkhand