झारखंड देश का सबसे बड़ा कोल उत्पादक राज्य है, जहां से देश के विभिन्न राज्यों तक कोयला पहुंचाया जाता है, आज उसी राज्य की राजधानी रांची के लोग बिजली कटौती से परेशना हैं. बिजली संकट इस तरह गहराता जा रहा है कि अब रांची वासियों के लिए यह सिरदर्द बन चुका है. बता दें कि दिन में करीब 12-14 घंटे तक की बिजली की कटौती की जा रही है, ना सिर्फ रांची बल्कि कई ग्रामीण इलाकों व शहरों में भी सही तरीके से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है. यह समस्या 2-4 दिनों से नहीं बल्कि 15 अक्टूबर के बाद से ही देखा जा रहा है. पहले जहां 2-3 घंटे बिजली कटौती की जा रही थी तो वहीं अब यह 10-12 घंटे में तबदील हो चुकी है. इसकी सबसे बड़ी वजह राज्य के उत्पादन संयंत्रों का प्रभावित होना बताया जा रहा है.
बिजली कटौती का प्रमुख कारण
एक तरफ जहां जनता ठंड में बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं तो वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी सियासी रोटियां सेंक रहे हैं. वहीं प्रदेश की गठबंधन सरकार इस मामले से पूरी तरह पल्ला झाड़ रही है और इसका जिम्मेदार केंद्र सरकार को ठहरा रही है. जहां सत्ता पक्ष केंद्र पर हमलावर हो रही है तो वहीं बीजेपी ने भी आरोपों पर पलटवार करते हुए राज्य सरकार पर फिजूलखर्ची करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही कहा कि सरकार जनहित में पैसे नहीं खर्च कर अपने सुख-सुविधाओं पर खर्च कर रही है.
वहीं इस बिजली संकट पर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर राज्य सरकार जल्द बिजली विभाग का बकाया चुकाती है तो लोगों को जल्द ही बिजली संकट से निजात मिल जाएगी.
HIGHLIGHTS
. रांची में गहराया बिजली संकट
. 12-14 घंटे तक हो रही बिजली कटौती
Source : News State Bihar Jharkhand