पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चुनौती दे डाला और इसी के साथ उनके कोल्हान दौरे पर सवाल खड़ा कर दिया. चुनौती देते हुए रघुवर दास ने कहा कि कल से 1932 खतियान और ओबीसी आरक्षण 27% लागू करें. हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार हम जो चाहेंगे वह होगा, तो डर क्यों बहुमत की सरकार है लागू करें. 1932 पर कहा कि आपके जो संविधान सही है तो लागू करो, मैं हेमंत सोरेन को चुनौती देता हूं कि आप में हिम्मत है तो 1932 लागू करो, ओबीसी 27 आरक्षण लागू करो, कल से ही आप लागू कर दीजिए. हेमंत सोरेन आदिवासियों को धोखा देकर, बालू, जमीन, पत्थर लूट कर, लाखों रुपये देकर आप भले ही वकील रख सकते हैं, लेकिन खतियानी जोहार यात्रा एक ढोंग है.
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जनता को फंसाने के लिए 1932 खतियान
2019 में जो वादे कर सरकार में आए थे, उसे पूरा नहीं कर पाए. इसलिए आप जनता को फंसाने के लिए 1932 लाए. हमारी सरकार ने 95 % को रोजगार दिया गया था, मैंने इसे विधानसभा में रखा था. मैं इस सरकार को चुनौती देता हूं कि तीन सालों में कितनी नियुक्ति दी, एक पत्र जारी करें, मैंने भी अपनी सरकार में जो नियुक्ति दी उसे पेश करूंगा. झारखंड के आदिवासियों को ठगने का काम कर रही है, जो यहां के युवाओं को बेरोजगार किया गया, और खतियानी जोहार यात्रा का नौटंकी किया गया.
जोहार यात्रा नौटंकी
जब-जब जेएमएम कांग्रेस और राजद की सरकार बनी, तब-तब चोर-चोर मौसेरे भाई-भाई. हेमंत सोरेन के सभी साथी जेल में है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जोहार यात्रा निकाल रहे हैं. मैं मांग करता हूं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब खतियानी जोहार यात्रा में अपने उन साथियों की तस्वीर गाड़ी में लगाकर घूम रहे हैं जो अवैध खनन में जेल में बंद है, तब जनता को जोहार यात्रा की हकीकत का पता चलेगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बता दें कि तीन साल में किन योजना का शिलान्यास किया और उसका उद्घाटन किया. जमशेदपुर मे जुगसलाई फ्लाईओवर और सोनारी एयरपोर्ट का हेमंत सोरेन ने उद्घाटन किया, जो पूर्व की सरकार का था. दोनों योजना 2020 में पूरा होना था पर हेमंत सोरेन सरकार ने इसे जानबुझकर रोका. पूर्वी सिंहभूम में एयरपोर्ट बना था, हमारी सरकार ने जमीन से लेकर सब कुछ किया था. केन्द्र सरकार ने 100 करोड़ दिए.
आदिवासी बहू-बेटी सुरक्षित
राज्य में आदिवासी बहू-बेटी सुरक्षित नहीं है. हेमंत सोरेन सिर्फ झारखंड को लूटने का काम कर रहे है. केन्द्र सरकार ने जो 10,000 नियुक्ती दी, उसे राज्य सरकार रद्द कर रही है. मैं मांग करता हूं कि 1932 खतियान जब तक नहीं होता, तब तक 1965 पर ही युवाओं को नियुक्ती दी जाए. राज्य सरकार में जिस तरह नक्सली वारदात हो रहा है, सरकार मौन धारण कर चुकी है. झारखंड में राज्य सरकार को अस्थिर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ही कर रहे थे, हेमंत सोरेन बताए कि झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाकर क्या कुछ तोहफा दिया. भारतीय जनता पार्टी 2024 चुनाव का इंतजार कर रही है क्योंकि 2024 झारखंड में जेएमएम का अंतिम सरकार है.
HIGHLIGHTS
- रघवुर दास की सीएम सोरेन को चुनौती
- कहा- लागू करो 1932 खतियान
- जोहार यात्रा महज एक नौटंकी
- आदिवासी बहू-बेटी नहीं है सुरक्षित
Source : News State Bihar Jharkhand