रांची में पटाखे की एक दुकान में खरीदारी के दौरान जीएसटी डिटेल के साथ बिल मांगने पर भारतीय सेना के एक कर्नल एम.के. सिंह और उनके युवा पुत्र ईशान सिंह को लोहे के रॉड से पीटा गया. ईशान सिंह ने इसे लेकर रांची के गोंदा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें कहा गया है कि ट्रेड फ्रेंड्स नामक प्रतिष्ठान के मालिक विमल सिंघानिया के इशारे पर 15 से 20 लोगों ने उन दोनों की मॉब लिंचिंग की कोशिश की. घटना 24 अक्टूबर दीपावली के दिन की है, लेकिन इसकी जानकारी 26 अक्टूबर को सामने आई है. दूसरी तरफ दुकान के एक कर्मचारी ने भी कर्नल और उनके पुत्र के खिलाफ जवाबी एफआईआर दर्ज कराई है.
ईशान सिंह के मुताबिक उसके पिता कर्नल एम.के. सिंह भारतीय सेना में कार्यरत हैं. वे दीपावली की छुट्टी में घर आये हैं. वे दोनों कांके रोड स्थित ट्रेड फ्रेंड्स दुकान में पटाखा खरीदने गये थे. उन्होंने जब जीएसटी के डिटेल के साथ बिल की मांग की तो उन्हें बताया गया कि यहां किसी ग्राहक को ऐसा बिल नहीं दिया जाता. इसपर उन्होंने दुकान के सुपरवाइजर और प्रोपराइटर विमल सिंघानिया से बात करने की कोशिश की तो दुकान में मौजूद 15 से 20 लोगों ने लात-जूतों से उन दोनों की पिटाई की. उसके पिता कर्नल सिंह को बंधक बना लिया गया. इसके बाद दुकान के बाहर रोड पर उन दोनों पर रॉड से हमला किया गया, जिससे उन दोनों को काफी चोटें आई हैं. एफआईआर में ईशान सिंह ने कहा है कि रॉड की चोट से उन दोनों को कान से सुनाई नहीं दे रहा है. पब्लिक के बीच उन्हें जिस तरह पीटा गया, उससे वे काफी अपमानित महसूस कर रहे हैं. इधर दुकान के एक कर्मचारी ने जवाबी एफआईआर में कहा है कि कर्नल सिंह ने पटाखे में डिस्काउंट की मांग की थी. ऐसा नहीं किये जाने पर उन्होंने जातिसूचक गालियां दीं.
इधर, पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों की ओर से दायर एफआईआर के आधार पर जांच की जा रही है. घटना के दिन का सीसीटीवी फुटेज हासिल किया जा रहा है.
Source : IANS