रांची के मेडिका अस्पताल में कार्यरत डॉ. इश्तियाक अहमद को झारझंड एटीएस ने पकड़ लिया है. एटीएस ने दावा किया है कि इश्तियाक अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट आतंकी संगठन का मास्टमरमाइंड है. आतंकी डॉ. इश्तियाक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने के मंसूबे को साकार करने के लिए काम कर रहा था.
दरअसल, झारखंड एटीएस ने एक दिन पहले गुरुवार को रांची, हजारीबाग और लोहरदगा के 16 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान उन्होंने नौ संदिग्धों को हिरासत में ले लिया. इसी दौरान एटीएस ने डॉ. इश्तियाक को भी हिरासत में लिया. रांची के जोड़ा तालाब स्थित अपार्टमेंट से पकड़ाया इश्तियाक छह वर्षों से मेडिका अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के पद पर कार्यरत था.
छापेमारी में पकड़ाए यह आरोपी
एटीएस ने छापेमारी के दौरान छह जगहों पर दबिश दी. चार लोगों को उसने हिरासत में ले लिया. हालांकि, 3 लोग नहीं पकड़ाए गए. हिरासत में लिए गए लोगों में बलसोकरा निवासी मो. मोदब्बीर, मो. रिजवान, चटवल का रहे वाला मुफ्ती रहमतुल्लाह मजहिरी और पिपराटोली का मतिउर रहमान शामिल है. एटीएस ने हजारीबाग से फैजान अहमद को हिरासत में लिया. वह इश्तियाक का करीबी था. वहीं परीक्षा देने दिल्ली गया एनामुल अंसारी और तब्लीगी जमात में गया शहबाज एटीएस को नहीं मिले.
छापेमारी में इतना सबकुछ बरामद
एटीएस ने छापेमारी के दौरान हथियार, लैपटॉप, कई मोबाइल और कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए हैं. छापेमारी में शामिल आईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने बताया कि उन्हें टिप मिली थी कि अलकायदा से जुड़े आंतकी युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं. इसका उद्देश्य भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भर्ती कराना है.
इश्तियाक ने कई राज्यों तक फैलाया आतंकी संगठन
इश्तियाक ने रिम्स से एमबीबीएस किया है. मेडिका अस्पताल में तीन साल उसने फुल टाइम नौकरी की. पिछले तीन साल से वह पार्ट टाइम काम कर रहा है. वह शाम साढ़े चार से सात बजे तक अस्पताल में काम करता था. हजारीबाग में उसका एक क्लिनिक भी है. अस्पताल में वह इतना अच्छे से रहता था कि उसके सहयोगियों को भरोसा ही नहीं हो रहा कि वह आतंकी है. पढ़ा-लिखा इश्तियाक आतंकी कैसे बना, इसका खुलासा अभी तक साफ नहीं हुआ. वह लंबे वक्त से देश में खिलाफत लागू करने की योजना पर काम कर रहा था. उसने अपने आंतकी संगठन का काम झारखंड, दिल्ली, राजस्थान और उत्तरप्रदेश सहित अन्य जिलों तक पहुंचा दिया था. वह कई युवाओं को आतंकी संगठन में जोड़ चुका है.