RJD in Jharkhand Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. तमाम एग्जिट पोल ने विधानसाभ चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस की बहुमत से सरकार बनते हुए दिखाया था, लेकिन बावजूद इसके बीजेपी ने भारी बहुमत से प्रदेश में सरकार बनाई. वहीं, हरियाणा में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के सहयोगी दल का रुख बदलता हुआ नजर आ रहा है. एक तरफ जहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं में चुनाव के बाद उत्साह देखा जा रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के सहयोगी दलों के बीच मतभेद सामने आ रहे हैं.
कांग्रेस के सहयोगी दलों में 'रार'
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आप के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन सीटों के बंटवारे की वजह से गठबंधन हो नहीं पाया और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा. वहीं, झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन है. आरजेडी को आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी में नाराजगी देखी जा रही है.
जेएमएम-कांग्रेस सीट बंटवारे से RJD नाराज
दरअसल, शनिवार को जेएमएम और कांग्रेस ने घोषणा की कि वह 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिस पर आरजेडी ने ऐतराज जताया है. आरजेडी का कहना है कि उनकी 18-20 सीटों पर स्थिति मजबूत है और उन्हें कम से कम 12-13 सीट चाहिए. उससे कम सीट पर आरजेडी चुनाव नहीं लड़ेगी. बता दें कि झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं. अब देखना यह है कि इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर तनाव पैदा होता है या फिर आरजेडी को मनाने में अन्य सहयोगी दल कामयाब होते हैं.
बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट
उधर, रविवार को बीजेपी ने 66 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इसके अलावा भाजपा अपने सहयोगी दल आजसू को 10, जेडीयू को 2 और लोजपा (रामविलास) को 1 सीट दे सकती है. इस पर लगभग मुहर लग चुकी है. हालांकि कुछ सीटों पर एनडीए बदलाव भी कर सकती है.
23 नवंबर को आएंगे नतीजे
बता दें कि इस बार भाजपा का रोटी, बोटी और माटी की सुरक्षा के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरी है. भाजपा लगातार इस बात पर जोर दे रही है कि प्रदेश का निर्माण अटल बिहार वाजपेयी जी के नेतृत्व में किया गया है तो उसे संवारने की जिम्मेदारी भी भाजपा की है. झारखंड में दो चरणों में मतदान होने वाला है. पहले चरण का मतदान 13 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा. वहीं, 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी.