साहिबगंज जिले के राजमहल थाना क्षेत्र फिर एक बार बम के धमाके से दहला गया है. यह घटना राजमहल थाना क्षेत्र के खासटोला गांव की बताई जा रही है. वहीं, स्थनीय ग्रामीणों के अनुसार कूड़ो-कचड़ो की अम्बड़ से भरा पुराण विकास भवन के पास जमीन में गाड़कर बम को छुपाया था. इसी बीच गांव के सात बच्चे खेलते-खेलते वहां आ गए, तभी अचानक बम ब्लास्ट हो गया. वहीं, अचानक बम ब्लास्ट की चपेट में आने से गांव के सात नाबालिक बच्चे बुरी तरह से घायल हो गए हैं. जिनका उपचार फिलहाल साहिबगंज के राजमहल अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है.
विस्फोट में सात बच्चे के पैर में आई चोट
वहीं, घटना की सूचना मिलते ही राजमहल थाना प्रभारी कुंदन कांत विमल दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. शुरुआती जांच में साहिबगंज पुलिस को घटनास्थल से विस्फोटक पदार्थ के कई चिथड़े मिले है. जिसे देखकर बम होने की आशंका जताई जा रही है. वही, जब घटना को लेकर राजमहल थाना प्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्फोट में सात बच्चे के पैर में चोट आई है. जिसमें से तीन बच्चों को गहरी चोट आई है. फिलहाल जांच पड़ताल किया जा रहा है. इसके बाद अब साहिबगंज पुलिस ने घटना से जुड़ी एक-एक कड़ी को खंगालकर थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच के दायरे को तेज कर दिया है.
कई इलाकों को कर दिया गया सील
वहीं, साहिबगंज पुलिस ने जांच के दायरे को बढ़ाते हुए अब एफएसएल टीम की सहयोग से घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के कई इलाकों को सील कर दिया है. साथ ही साथ ग्रामीणों की आवाजाही पर भी साहिबगंज पुलिस ने रोक लगा दी है. इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल से बरामद कर विस्फोटक प्रदार्थ के कई नमूने को स्पेशल जांच के लिए रांची स्तिथ विधि प्रयोगशाला भेज दिया है. जिसके बाद अब पुलिस की नजर भी जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई है, लेकिन इसमें गौर करने वाली बात यह कि आखिर अबतक पुलिस की खुफिया तंत्र घटना की खुलासा करने में नाकाम क्यों है?
रिपोर्ट - गोविन्द ठाकुर
HIGHLIGHTS
- बम को छुपाया गया था जमीन में गाड़कर
- बम ब्लास्ट की चपेट में आने से सात बच्चे हुए घायल
- कई इलाकों को कर दिया गया सील
Source : News State Bihar Jharkhand