न्यूज़ स्टेट के द्वारा पशु शेड निर्माण को लेकर खबर चलाई गई थी, जिसके बाद पलामू उपायुक्त ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच के लिए टीम गठित की. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पाटन के हिसरा बरवाडीह पंचायत में संचालित मनरेगा योजनाओं में अनियमितता को लेकर रोजगार सेवक, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता व बीपीओ हटाये गए. मुखिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाया है. वहीं दोषियों से राशि वसूलने की तैयारी भी कर रही है. पलामू में भी मनरेगा योजना के तहत पशु पालकों को पशु शेड योजना का लाभ देना है. जिन किसानों के पास पशु है, उनको पशुओं को रखने के लिए पशु शेड योजना का लाभ देना है. जिसमें गाय शेड, बकरी शेड है, मगर जिले में ऐसी योजनाओं का प्रखंड कर्मी और पंचायत प्रतिनिधि बंदरबांट कर रहे हैं.
कई जगह योजनाएं धरातल पर नहीं पहुंच रही है तो कई योजनाओं को जनप्रतिनिधि व विभागीय कर्मियों के द्वारा कागजी प्रकिया में एक से अधिक योजना को दिखाकर मिलीभगत से पैसे की निकासी की जा रही है. आपको बता दें कि न्यूज स्टेट रिपोर्टर के द्वारा जिले के पाटन, चैनपुर सहित जिले के अन्य प्रखंड में चल रहे मनरेगा योजना के तहत पशु शेड निर्माण को लेकर भारी अनियमितता को लेकर खबर चलाई थी. ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे पशु पालक के लिए पशु शेड निर्माण में इस दौरान उपायुक्त ने भी अनियमितता को लेकर संबंधित अधिकारी को जांच का आदेश दिया गया था.
जिले के पाटन प्रखंड अंतर्गत हिसरा बरवाडीह पंचायत में जांच के दौरान पाया गया कि प्रति पंचायत 5 पशु शेड की योजनाओं का क्रियान्वयन कराया जाना था, लेकिन पंचायत मुखिया, रोजगार सेवक, कनीय अभियंता और बीपीओ की मिली भगत से 5 पशु सेड की जगह 401 पशु शेड की योजना को स्वीकृति दे कर पैसे की निकासी की गई है.
HIGHLIGHTS
. पशु शेड के नाम पर लाखों का घोटाला
. न्यूज़ स्टेट की खबर का हुआ बड़ा असर
Source : News State Bihar Jharkhand