रांची जिले के हिंदपीढ़ी इलाके में मंगलवार को एक मलेशियाई युवती के कोरोनावायरस (Corona Virus) संक्रमित मिलने के बाद इस पूरे इलाके में धारा 144 सख्ती से लागू कर दी गयी है और आम लोगों के घरों से निकलने पर लगभग पूरी तरह से बंदिश लगा दी गयी है. रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि मलेशिया की कोरोनावायरस (Corona Virus) से संक्रमित युवती रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में बड़ी मस्जिद से हिरासत में ली गयी थी लिहाजा उक्त पूरे इलाके में सख्ती से धारा 144 लागू कर दी गयी है जिसके तहत पूरे इलाके में चार से अधिक लोग नहीं एकत्रित हो सकेंगे.
पूरे इलाके में लोगों को घरों से निकलने से रोक दिया गया है. रे ने बताया कि प्रशासन ने पांच ऐसे घरों का पता लगा लिया है जहां 17 विदेशी लोग पिछले कुछ दिनों से रह रहे थे. इन सभी घरों को सील कर वहां रहने वाले लोगों की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा यह पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों के संपर्क में कौन कौन लोग आये हैं. उपायुक्त ने मलेशिया से आयी एक युवती के कोरोना पाजिटिव पाये जाने की पुष्टि करते हुए लोगों से अपने अपने घरों में रहने की अपील की है.
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उन्होंने किसी तरह कि अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की. उन्होंने अपील की कि वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए अपने अपने घरों में रहें. किसी तरह की जानकारी या मदद की जरूरत है तो जिला प्रशासन से संपर्क करें. जिला कंट्रोल रूम 1950 पर किसी भी स्थिति में आम जन संपर्क कर सकते हैं. रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता ने भी लोगों से संयम की अपील करते हुए कहा कि आप अपने अपने घरों में रहें. उन्होंने सोशल मीडिया पर किसी तरह की जानकारी को शेयर करने से पहले उसकी पड़ताल करने और अफवाहों से बचने की अपील की.
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स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि मलेशिया से यह महिला 17 मार्च को यहां आयी थी. रांची के मुस्लिम बहुल हिंदपीढ़ी इलाके की बड़ी मस्जिद से उसे 16 अन्य विदेशी तथा सात भारतीय लोगों के साथ रविवार को हिरासत में लेकर यहां खेल गांव में बनाये गये पृथक केंद्र में रखा गया था. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिये गये सभी विदेशियों और अन्य लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये थे जिनमें से मलेशिया की इस युवती का सैंपल पाजिटिव आया है. बताया जाता है कि युवती धर्म प्रचार के लिए यहां आयी थी. हालांकि युवती में कोरोना के कोई भी बाहरी लक्षण नहीं पाये गये हैं.