औद्योगिक परीक्षण संस्थान हजारीबाग के सुरक्षा परिषद ने 16 सितंबर से खुद को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का उनका मुख्य कारण 7 महीनों से वेतन का भुगतान नहीं होना है. वहीं सुरक्षा प्रहरी विक्रांत राम ने बताया कि वह अगस्त सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड रांची के अंदर काम कर रहे हैं और उनका वेतन 7 महीनों से नहीं दिया जा रहा है. जिससे उनको घर चलाने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक कि उन्हें वेतन नहीं दे दिया जाता है. उन्होंने बताया कि यहां पर 3 से 9 साल से कार्यरत सुरक्षा प्रहरी लोग हैं. वेतन भी जितना मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिल रहा है. इसमें कॉलेज की कोई मदद नहीं कर रहा है तो उनके इस हालात के लिए विभाग से लेकर उनकी कंपनी जिसके अधिनस्थ वह कार्य कर रहे हैं, सारे जिम्मेवार हैं.
वहीं कॉलेज प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए अपने आप को पीछे कर लिया और कहा कि यह एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधीनस्थ कार्यरत हैं. इनके हड़ताल पर जाने से कॉलेज के कार्य में तो बाधा आ रही है, लेकिन कॉलेज ने इनके वेतन के भुगतान के लिए कंपनी के निर्देशक को बोल दिया है अब जो करना है उनकी कंपनी ही करेगी.
Source : News Nation Bureau