लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही नेता पार्टी बदलते नजर आ रहे हैं. जेएमएम के बाद बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पहले जेएमएम की सीता सोरेन ने पार्टी का साथ छोड़ते हुए बीजेपी का दामन थामा तो वहीं बुधवार को बीजेपी नेता जेपी पटेल ने बीजेपी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए. भाई पटेल मांडू से विधायक हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को छोड़ जेपी पटेल कांग्रेस के साथ चले गए. सूत्रों की मानें तो भाई पटेल हजारीबाग सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं. जेपी पटेल पटेल की बात करें तो वह झामुमो के दिग्गज नेता शिबू सोरेन के खास माने जाने वाले टेकलाल महतो के बेटे हैं.
बीजेपी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए जेपी पटेल
टेकलाल महतो झामुमो के बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं और एक समय उनका पार्टी में काफी दबदबा था, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव के समय उनके बेटे जेपी पटेल ने झामुमो को छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया था. जेपी पटेल मांडू तीन बार से विधायकी जीतते आ रहे हैं. कांग्रेस में शामिल होने के बाद कांग्रेस के प्रभारी जीए मीर ने उनका स्वागत किया और कहा कि उनके आने से पार्टी को और मजबूती मिली है. इधर, जेपी पटेल ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें अपनी गलती का पता चला और वे वैसी पार्टी से जुड़ गए जिनसे उनकी विचारधारा नहीं मिलती.
जेपी पटेल ने कहा- बीजेपी की विचारधारा अलग
वहीं, कांग्रेस में शामिल होने के बाद जेपी पटेल ने कहा कि वे किसी के दवाब में आकर इस पार्टी से नहीं जुड़े हैं, बल्कि अपने पिता के सपनों को साकार करने के लिए और इंडिया गठबंधन को मजबूती देने के लिए वह कांग्रेस से जुड़े. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने के बाद पता चला कि इस पार्टी की विचारधारा मेरे पिता की विचारधारा से मेल नहीं खाती. वहीं, जब वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल किया कि वे इस बार लोकसभा चुनाव में किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, हजारीबाग सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैं? इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए कांग्रेस से जुड़ा हूं और मैं किसी पद के लालच में कांग्रेस में शामिल नहीं हुआ.
HIGHLIGHTS
- लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को झटका
- जेपी पटेल ने बीजेपी को छोड़ थामा कांग्रेस का हाथ
- कहा- बीजेपी की विचारधारा पिता के विचारधारा से अलग
Source : News State Bihar Jharkhand