झारखंड के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब राज्य में कोई सत्ताधारी दल अपने सरकार के खिलाफ ही विश्वास मत पेश करेगी. सभी की नज़र आज होने वाली विधानसभा के विशेष सत्र की ओर है. सोमवार को विधानसभा का एक दिन का सत्र बुलाया गया है. इसमें सरकार विश्वास मत हासिल करेगी. सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर लटकी तलवार के बीच इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है. माना जा रहा है कि संकट में घिरी सोरेन सरकार सदन में अपना मास्टर स्ट्रोक चल सकती है. राज्य गठन के बाद से अब तक सबसे विवादित मुद्दा रहा स्थानीयता नीति को सदन में हेमंत सोरेन पेश कर सकती है अगर ऐसा होता है तो राज्य की सियासत में एक नया उबाल तय माना जा रहा है.
सोरेन के खनन लीज मामले में चुनाव आयोग की चिट्ठी मिलने के 11 दिन बाद भी राज्यपाल का कोई आदेश नहीं आया है,लेकिन राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है.
हेमंत सोरेन ने अपने 32 विधायकों को एकजुट करने के लिए 30 अगस्त को रायपुर भेजा था. ये सभी विधायक रविवार की रात रांची पहुंच चुके हैं. सभी को स्टेट गेस्ट हाउस में रखा गया है. ये स्टेट गेस्ट हाउस से सीधे 11 बजे विधानसभा पहुंचेंगे. यहां ये विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे.
रायपुर से 6 दिन बाद रविवार को महागठबंधन के सभी विधायक रांची पहुंच गए हैं. खराब मौसम की वजह से उनकी फ्लाइट 50 मिनट से आसमान में चक्कर काटती रही. बाद में क्लियरेंस मिलने पर फ्लाइट को एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया. विधायकों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए सरकार के दो मंत्री सत्यानंद भोक्ता और मिथिलेश ठाकुर पहुंचे. एयरपोर्ट से तीन बसों में विधायकों को बैठकर निकले. रांची में सभी विधायकों को स्टेट गेस्ट हाउस और स्टेट सर्किट हाउस में रखा गया है.
Source : News Nation Bureau