झारखंड के पलामू में दो पक्षों में विवाद के बाद पत्थरबाजी देखने को मिली, इस दौरान उपद्रवियों ने पांकी इलाके में कई जगहों पर की आगजनी भी की है. हिंसा की घटना को देखते हुए इलाके में धारा-144 लगाई गई है. इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. तनाव वाले इलाके में 100 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है. हिंसा वाली जगह पर कई थानों की पुलिस पहुंची है और हालात को काबू करने के प्रयास किए जा रहे हैं. SP चंदन कुमार सिन्हा भी पांकी के लिए रवाना हो गए हैं.
क्या है मामला? मिली जानकारी के अनुसार महाशिवरात्रि की पूजा के मौके पर तोरणद्वार बनाने पर ये विवाद हुआ है. जिसके बाद दो पक्षों में पत्थरबाजी शुरू हो गई. इस दौरान करीब 15 लोग घायल हो गए. उपद्रवियों ने धार्मिक स्थल पर भी पत्थरबाजी की. दो बाइक और एक कार को भी आग लगा दी. उपद्रव के दौरान पेट्रोल बम फेंकने की भी खबर है. इलाके में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हिंसा को देखते हुए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. आपको बता दें कि पहले भी पलामू के इस इलाके में हिंसक घटनाएं देखी जा चुकी है.
स्थिति तनावपूर्ण
इलाके में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. पूरे बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल मौजूद है. घटनास्थल पर हेलमेट लगाकर ही जाने दिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि अभी भी रुक रुककर मस्जिद से पत्थर फेंके जाने जा रहे हैं. पलामू उपायुक्त और पलामू एसपी घटना को लेकर शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. इसके साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है.
तोरण द्वार को लेकर विवाद
घटना को लेकर एक पक्ष का आरोप है कि उनके द्वारा बनाए गए तोरण द्वार को दूसरे पक्ष ने उखाड़कर फेंक दिया और विरोध करने पर मस्जिद की छत से पत्थर फेंके, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते हिंसक झड़प हो गई. इस दौरान कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है.
मामले पर विधायक सीपी सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि हिन्दुओं को टारगेट किया जा रहा है. सबको पूजा-पाठ करने का अधिकार है. सरकार तुष्टिकरण कर रही है.