जमशेदपुर में निलंबित चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम की मुश्किलें कम होने की नाम ही नहीं ले रही है. जहां कोर्ट के आदेश के बाद बीरेंद्र राम के दो आवासों को सील कर दिया गया. दरअसल जमशेदपुर के रॉयल इंजीनियरिंग के मालिक अनूप कुमार राय ने 2003-04 में स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट के कैनाल का काम किया था. इसकी एवज में स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट विभाग ने कंपनी को पेमेंट का भुगतान नहीं किया था, जिसके बाद रॉयल इंजीनियर के मालिक ने झारखंड हाइकोर्ट में मामला दर्ज कराया था. अब लगभग 15 साल बाद आज जमशेदपुर सिविल जज सीनियर डिवीजन ने स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट के दो आवास नंबर 1 और आवास नंबर 2 को सील करने का आदेश दिया, जिसके बाद न्यायालय की टीम पहुंचकर दोनों आवास को सील कर दिया है.
वीरेन्द्र राम के दो आवासों को किया सील
वहीं, रॉयल इंजीनियरिंग कंपनी के मालिक अनूप कुमार राय ने कहा कि विभाग में काम करने के बाद विभाग की ओर से पैसा नहीं दिया जा रहा था और पैसा देने के एवज में मोटी रकम की मांग की जा रही थी, इसके बाद तंग आकर उन्होंने कोर्ट में मामला दर्ज कराया, जिसके बाद आज वीरेन्द्र राम के दो आवासों को सील कर दिया गया है, जिसकी किमत 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
ठेकेदार को होगा भुगतान
अब इसकी नीलामी की जाएगी. नीलामी से मिलने वाली राशि के एक हिस्से से आठ लाख रुपयों को भुगतान ठेकेदार अनूप कुमार को किया जाएगा. वहीं, भुगतान के बाद बची हुई राशि को सरकार के खाते में जमा कराया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- निलंबित चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम की मुश्किलें बढ़ी
- कोर्ट के आदेश पर दो आवासों को किया गया सील
- रॉयल इंजीनियरिंग के मालिक ने दर्ज कराया था केस
- करीब 15 साल पहले कैनाल का हुआ था काम
Source : News State Bihar Jharkhand