विगत 22 अगस्त से राजधानी रांची के राजभवन के समीप टेट सफल सहायक अध्यापक अनिश्चितकालीन धरना पर अपनी एक सूत्री वेतनमान की मांग को लेकर बैठे हुए हैं. झारखंड सरकार में रहे विधायकों ने धरना स्थल पर आकर उनसे बात भी की थी और सरकार के समक्ष बात रखने का आश्वाशन दिया था. राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन के द्वारा भी कैबिनेट के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन फिर भी ये धरने पर बैठे हुए हैं, क्योंकि इन्हें सरकार पर अब भरोसा ही नहीं रहा है.
मुख्यमंत्री ने दिया था आश्वाशन
आंदोलन कर रहे पारा शिक्षकों का कहना है कि झारखंड के मुख्यमंत्री से हमारी बात हुई है और हमारे मांगों के प्रति आश्वासत देते हुए उन्होंने कहा है कि बहुत जल्द हमारी मांगों पर बीच का रास्ता निकालते हुए इस समस्या का हल निकाला जाएगा, लेकिन अभी भी सरकार के तरफ से कोई भी प्रतिनिधी हमारे पास नहीं आया है. ऐसे में हम कैसे सरकार पर भरोसा कर लें कि वो हमारी मांगों को पूरा करेंगे.
'सरकार पर नहीं है भरोसा'
वहीं, धरने पर बैठी एक महिला शिक्षिका ने बताया कि हमारी मांगों पर पहल नहीं होने का कहीं ना कहीं एक कारण यह भी है कि सरकार और हमारे बीच कहीं ना कहीं कुछ दूरियां हो जा रही है. जिस कारण हमारी मांगों के प्रति सकारात्मक पहल नहीं हो पा रहा है, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी. ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
रिपोर्ट - महक मिश्रा
HIGHLIGHTS
- अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे शिक्षक
- विधायकों ने धरना स्थल पर आकर की थी बात
- मुख्यमंत्री ने दिया था आश्वाशन
- सरकार पर नहीं है भरोसा - शिक्षक
Source : News State Bihar Jharkhand