जेल के अंदर से झारखंड के विभिन्न शहरों में आतंक का नेटवर्क चला रहे कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू और उसके सहयोगियों के खिलाफ झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने शनिवार को बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है. एटीएस अलग-अलग टीमें झारखंड में तकरीबन दो दर्जन ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. राज्य में रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा, पलामू, गढ़वा, लातेहार, धनबाद, जमशेदपुर समेत कुछ अन्य शहरों में अमन साहू उर्फ अमन साव से जुड़े सगे संबंधियों और सहयोगियों के यहां चल रही छापेमारी में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. अमन साहु पलामू सेंट्रल जेल में बंद है. उनपर पूरे झारखंडे में रंगदारी वसूलने और व्यवसायियों को धमकाने का आरोप है. मूल रूप से रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र का मतवे गांव निवासी अमन साहु तकनीकी तौर पर दक्ष है.
पकड़ा न जाए, इसलिए वह हॉटस्पॉट डिवाइस का इस्तेमाल करता था. टेलिग्राम और रंगदारी के लिए कॉल करता था, उसके खिलाफ रांची में करीब एक दर्जन व राज्यभर में पांच दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. 19 जुलाई 2020 को रांची से गिरफ्तार यह गैंगस्टर जेल से अपना साम्राज्य चला रहा है. हाल तक वह सिमडेगा जेल में था, जहां से उसे पलामू सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया था.
इससे पहले 23 जुलाई को उसे गिरीडीह जेल से सिमडेगा जेल शिफ्ट किया गया था. 20 जुलाई को गिरिडीह जेल के जेलर प्रमोद कुमार पर अपराधियों द्वारा की गयी फायरिंग में अमन साहू का हाथ सामने आया था. पलामू केंद्रीय कारा में भी जेलर को जान से मारने की धमकी देने का भी मामला सामने आया था.
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