प्रकृति की सुंदरता से धन्य, घने जंगलों, पहाड़ियों और नदियों की कलकल बहती पानी के बीच में बसा गुमला पिछले कई दिनों से हाथियों के आतंक से परेशान है. करीब बीस हाथियों का झुंड इलाके में आतंक मचा रखा है. जिसके चलते स्थानीय लोगों में भय का माहौल है. वहीं, वन विभाग के कर्मचारी भी हाथियों के झुंड को रिहाइशी इलाके से बाहर निकालने की कोशिश में लगे हैं. हाथियों के झुंड के रिहाइशी इलाके में घुसने के चलते हर बार जान माल की क्षति का खतरा बना रहता है. हाल ये हो चुका है कि हाथियों के भय से लोग अपने घर से बाहर निकलने से भी डरने लगे हैं. करीब बीस हाथियों का झुंड पिछले कई दिनों से इलाके में आतंक मचा रखा है.
वन विभाग के कर्मचारियों के छूटे पसीने गुमला के कई इलाकों में बिगत कई दिनों से जंगली हाथियों का झुंड काफी सक्रिय है. जो आम लोगों के साथ-साथ वन विभाग के लिए भी एक चुनौती बना हुआ है. पिछले कई दिनों से वन विभाग की टीम हाथियों को रिहाइशी इलाके से बाहर करने की कोशिश में लगी हुई है, लेकिन हाथियों का झुंड है कि रिहाइशी इलाके से बाहर जाने को तैयार ही नहीं है. जिसके चलते वन विभाग के कर्मचारियों के पसीने छूट रहे हैं. मस्तमौला हाथी के चलते जहां लोगों में भय का माहौल है. वहीं, कई लोग लापरवाही दिखाते हुए हाथियों के साथ मस्ती करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. जो कभी भी लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
लोगों की लापरवाही एक तरफ जहां कुछ शरारती लोग हाथी के साथ मौज मस्ती करते देखे जा रहे हैं तो वहीं दुसरी तरफ वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन कुछ लोग हैं कि वन विभाग के अधिकारियों की अपील को नजरअंदाज करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. लोगों की लापरवाही ऐसी है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. लोगों का झुंड हाथियों के पीछे मजाक बनाकर घूमता हुआ नजर आ रहा है. जिसको लेकर वन विभाग के अधिकारी अहमद बिलाल अनवर ने चिंता व्यक्त की है.
फिलहाल गुमला में तो हाथियों का आतंक जारी है और हाथियों के आतंक के साथ-साथ लोगों में भय का माहौल भी है. जहां लोग डर के मारे घर में दुबक कर रहने पर मजबूर हैं तो कुछ लोग हाथियों के साथ शरारत करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. वैसे शरारती तत्व हाथियों के साथ साथ खुद के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं.