बोकारो से एक स्कूल की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. जिससे 120 बच्चों का भविष्य खतरे में है. स्कूल ने पहले तो 11वीं कक्षा में बच्चों का नामांकन साइंस, आर्टस और कॉमर्स में कर लिया, लेकिन इसके दो हफ्ते बाद ही सभी छात्रों को ये कहा गया कि यहां सीबीएसई से पढ़ाई होगी और केवल 60 बच्चों को ही रखा जाएगा तो ऐसे में बचे हुए 120 बच्चे स्कूल से टीसी लेकर यहां से चले जाए. हैरानी की बात तो ये है कि कुछ दिनों तक सभी की क्लास भी ली गई, लेकिन फिर इसे स्थगित कर दिया गया.
बड़ी लापरवाही हुई उजागर
दरअसल, चास के रामरुद्र प्लस टू हाई स्कूल में 11वीं कक्षा में नामांकन में लापरवाही उजागर हुई है. इस स्कूल में विभाग के आदेश का पालन करने में लापरवाही बरतते हुए साइंस, आर्टस और कॉमर्स में नामांकन कर लिया गया है. नामांकन लेने के दो-तीन सप्ताह बीत जाने के बाद अब नामांकित स्टूडेंट्स से कहा जा रहा है कि यहां सीबीएसई से पढ़ाई होगी. इसमें 60 बच्चों को ही रखा जाएगा. इसलिए 120 बच्चे टीसी लेकर दूसरे स्कूल में चले जाए. इस प्रकार की त्रुटि किस स्तर पर हुई है. इसे बारे में बोलने से जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित स्कूल के प्रभारी कतरा रहे हैं.
नामांकन के लिए पत्र किया गया था जारी
बताते चलें कि झारखंड शिक्षा परियोजना के प्रशासी पदाधिकारी जयंत मिश्रा ने 29 अप्रैल 2023 को ही स्कूल आफ एक्सीलेंस में नामांकन के लिए पत्र जारी किया था. जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि स्कूल आफ एक्सीलेंस में नामांकन के लिए बच्चों का टेस्ट लेना है और कितने विद्यार्थी का एडमिशन लेना है. इसकी पूरी जानकारी भी दी गई है. उसके बाद राज्य के शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने 14 जून 2023 को स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में नामांकन से संबंधित पत्र राज्य के सभी उपायुक्त को लिखा गया था. उसके बाद भी नामांकन होता रहा.
26 जून से कक्षाएं भी हो गई थी शुरू
हैरानी की बात तो यह है कि 26 जून से 11वीं कक्षा में तीनों संकाइयों में कक्षाएं भी शुरू हो गई थी, लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा जुलाई के पहले सप्ताह से 11वीं की कक्षाएं स्थगित कर दी गई. वहीं, लातूर जिला शिक्षा पदाधिकारी गलती नहीं मान रहे हैं. उनका कहना है कि जितने छात्रों ने एडमिशन लिया है. उनका कट ऑफ जारी कर उन्हें विद्यालय में रखा जाएगा बाकी छात्रों का क्या होगा इस पर वह कुछ भी जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- स्कूल की बड़ी लापरवाही आ रही है सामने
- 120 बच्चों का भविष्य खतरे में है
- केवल 60 बच्चों को ही स्कूल में जाएगा रखा
- नामांकन के लिए पत्र किया गया था जारी
- 26 जून से कक्षाएं भी हो गई थी शुरू
Source : News State Bihar Jharkhand