सीएम हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र में आने वाले साहिबगंज जिले में इन-दिनों चरमराती बिजली-व्यवस्था की लाहपरवाहि का दंश आम जनता झेलने को मजबूर है. जो अब केवल राजमहल लोकसभा में चुनावी मुद्दा बनकर रह गई है. वहीं, सीएम हेमंत सोरेन के गृह विधानसभा क्षेत्र में आने वाले साहिबगंज जिले में बिजली की चरमराती-व्यवस्था को लेकर सियासत भी अब तेज हो गई है. एक दूसरे पर पलटवार का सिलसिला शुरू हो गया है, लेकिन जनता की परेशानियों का कोई समाधान अब तक नहीं हुआ है.
आम जनता परेशान
साहिबगंज जिले में इन-दिनों बिजली की चरमराती-व्यवस्था को लेकर आम जनता परेशान है. आपको बता दें कि साहिबगंज जिले में जनता की उम्मीदों की किरण एवं हेमंत सरकार के सपनों को बिजली विभाग की जिम्मेदार अधिकारीयों ने सवालों के कटघरे में खड़ा दिया है. इतना नहीं बल्कि सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के होम टाउन बरहरवा एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के होम टाउन पतना और तालझारी व बोरियो प्रखंड क्षेत्र में आम जनता बिजली की आंख-मिचौली एवं लो वोल्टेज की समस्याओं को लेकर त्राहि माम कर रहे है, लेकिन इनकी समस्याओं का समाधान करने वाले बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ना ही फोन उठाते है और ना ही जनता के द्वारा दी गई आवेदन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई करते हैं.
सियासत भी हो गई शुरू
जिसको लेकर अब जनता सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी करने लगी है. वहीं, बिजली की चरमराती-व्यवस्था को लेकर साहिबगंज जिले में अब सियासत भी शुरू हो गई है. पाकुड़ विधानसभा के विधायक सह मंत्री आलमगीर आलम को कठघरे में लेकर हेमंत सरकार राजनीतिक ठिखरा फोड़ रही है तो वहीं बीजेपी भी हेमंत सरकार को हर मोर्चे पर फेल बता रही है.
मुख्यमंत्री सौभाग्य योजना की हुई थी शुरुआत
झारखंड राज्य में चरमराती बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पूर्व वर्ती रघुवर की सरकार ने मुख्यमंत्री सौभाग्य योजना की शुरुआत की थी. वहीं, बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री अनंत तिवारी के अनुसार मुख्यमंत्री सौभाग्य योजना के प्रदेश के गांवों को रोशनी करने के लिए बिजली कनेक्शन किया गया था. साथ ही साथ लोगों को 24 घंटे में 22 से 23 घंटे बिजली मिल रही थी.
कोंग्रेस ने किया पलटवार
वहीं, प्रदेश गठबंधन के सत्तारूढ़ पार्टी कोंग्रेस के जिलाध्यक्ष बरकत खान ने भी विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में हेमंत सरकार की बढ़ती जरणाधार व विकासशील कार्यकाल को देखकर विपक्ष बौखला गई है. अब उनके पास 2024 को लेकर कोई मुद्दा नहीं बचा है. सच्चाई की पड़ताल करने सूबे के ग्रामण विकास मंत्री आलमगीर आलम गृह प्रखंड बरहर पहुंचे तो पता चला कि वहां की जनता से लेकर मोबाइल दूकानदार एवं टोटो चालक भी बिजली की लो वोल्टेज की समस्याओं से त्राहिमाम है.
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बच्चों की पढ़ाई में भी आ रही परेशानी
वहीं, सही से बिजली नहीं रहने की वजह से उनके घरों पर ना ठीक से पंखा चल पा रहा है और ना ही हीटर एवं कूलर यहां तक कि घरों पर बच्चे भी सही से पढ़ाई नहीं कर पा रहें है. वहीं, ग्रामीणों का यह भी कहना है कि हमलोगों ने कई बार बिजली की समस्याओं को लेकर जिम्मेदार अधिकारी एवं मंत्री तक को आवेदन दिए हैं, लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और ना ही समाधान के लिए कोई आगे आया है.
रिपोर्ट - गोविन्द ठाकुर
HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री सौभाग्य योजना की हुई थी शुरुआत
- कोंग्रेस ने किया पलटवार
- बच्चों की पढ़ाई में भी आ रही परेशानी
- लाहपरवाहि का दंश झेलने को मजबूर आम जनता
Source : News State Bihar Jharkhand