झारखंड विधानसभा (Jharkhand) में आज यानी मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने हेमंत सरकार (Hemant Soren) को घेरा. विघानसभा में लोहरदगा दंगा का मुद्दा उठा. बीजेपी विधायकों ने इसको लेकर न्यायिक जांच की मांग की है. साथ ही वेल में उतरकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि लोहरदगा दंगे की हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच होनी चाहिए. पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग की है.
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लोहरदगा दंगे को लेकर बीजेपी विधायकों ने प्रदर्शन किया
बाबूलाल मरांडी ने इस मसले पर सदन में विशेष चर्चा की मांग की. पलटवार में विधायक प्रदीप यादव और इरफान अंसारी ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधा. विधायक बंधु तिर्की ने सीएए, एनपीआर और एनआरसी को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक बताया. उनके इस बयान का भाजपा विधायकों ने जमकर विरोध किया. इससे पहले सदन शुरू होने से पहले लोहरदगा दंगे को लेकर बीजेपी विधायकों ने बाहर में प्रदर्शन किया.
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बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में लोहरदगा का दौरा किया था
बता दें कि इससे पहले बीजेपी का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में लोहरदगा का दौरा किया था. दंगा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी और दस-दस लाख रुपये मुआवजे की मांग की थी. 23 जनवरी को लोहरदगा में सीएए के समर्थन में विशाल जुलूस निकाला गया था. बड़ी संख्या में वाहनों में तोड़-फोड़ के अलावा आगजनी, दुकानों में लूटपाट हुई. इलाज के क्रम में गंभीर रूप से घायल नीरज राम प्रजापति की रिम्स में मौत भी हो गई. दंगे को लेकर लंबे समय तक लोहरदगा में कर्फ़्यू लगा रहा.