पलामू के हालात होने लगे सामान्य, पांच दिनों के बाद बहाल की गई इंटरनेट सेवा
पलामू के पांकी में बुधवार को दो समुदायों में हुई झड़प के बाद से गृह विभाग के आदेश पर पूरे जिले की इंटरनेट सेवा बंद थी. जिसके चार दिन बाद आज सुबह 10 बजे से उसे बहाल किया गया.
पलामू के पांकी में बुधवार को दो समुदायों में हुई झड़प के बाद से गृह विभाग के आदेश पर पूरे जिले की इंटरनेट सेवा बंद थी. जिसके चार दिन बाद आज सुबह 10 बजे से उसे बहाल किया गया. इससे पलामू वासियों ने चैन की सांस ली है. इंटरनेट सेवा बंद होने से आम लोगों के साथ-साथ व्यापारी वर्ग खासा परेशान था. डिजिटल सेवाएं पूरी तरह से बाधित थी. पांकी इलाके में धारा 144 अभी जारी है. प्रशासन के अनुसार फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. जल्द ही हाताल सामान्य हो जाएंगे. आज पांकी थाने में शांति समिति की बैठक हुई.
आपको बता दें कि शिवरात्रि उत्सव के लिए तोरण द्वार बनाने को लेकर विवाद हुआ था. जो धीरे-धीरे दो समुदायों के बीच की झड़प में बदल गई. इसके बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दिया और पांकी बाजार को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया.हिंसा को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ी कारवाई करते हुए कई उपद्रवियों की गिरफ्तारी की. दो समुदायों की बीच हुई हिंसा को रोकने के लिए पलामू पुलिस ने कुछ नाबालिग लड़कों को भी गिरफ्तार कर लिया, बताया जा रहा है कि ये लड़के हिंसा के वक्त घटना स्थल पर नहीं थे.
गिरफ्तार हुए एक छात्र के परिजन ने कहा कि पलामू के पांकी हिंसा में पुलिस की धर पकड़ में इंटर का छात्र दीपक रांची से परीक्षा देने आया था. पुलिस से बार-बार बिनती की, अपना एडमिटकार्ड भी दिखाया, लेकिन पुलिस ने एक भी नहीं सुनी और उसे गिरफ्तार कर ले गई. पांकी हिंसा में पुलिस जुमे की नमाज से पहले सभी घरों की छापेमारी की, जिसमें जो जहां मिला जिस हालत में मिला उसे गिरफ्तार कर पुलिस ले गई.
इस मामले में चतरा से बीजेपी सांसद सुनील सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने जिला प्रशासन से बात किया है वह मामले की जांच कर रहे हैं. इतना ही नहीं जानकारी मिली कि पुलिस ने उन लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया जो बाहर से शादी में शामिल होने आए थे. गिरफ्तार हुए लोगों के परिजन बहुत परेशान हैं. उनको समझ में नहीं आ रहा है कि वे कहां जाएं, किससे बात करें. थाने के बाहर इंतजार में बैठे हैं.