झारखंड के इस क्रिकेट खिलाड़ी अपने दम पर मुंबई को पहुंचाया था IPL फाइनल में, इनकी होती थी धोनी से तुलना

IPL जैसे टुर्नामेंट में कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने अपने शानदार खेल की बदौलत अपनी एक अलग पहचान बनाई. इस फटाफट क्रिकेट में यादगार प्रदर्शन कर ये खिलाड़ी अपने-अपने देश की राष्ट्रीय टीम में भी जगह बनाने में सफल रहे.

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Jatin Madan
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सौरभ तिवारी( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)

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IPL जैसे टुर्नामेंट में कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने अपने शानदार खेल की बदौलत अपनी एक अलग पहचान बनाई. इस फटाफट क्रिकेट में यादगार प्रदर्शन कर ये खिलाड़ी अपने-अपने देश की राष्ट्रीय टीम में भी जगह बनाने में सफल रहें. कुछ खिलाड़ी वर्तमान में भी अपने आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम के साथ राष्ट्रीय टीम में मौजूद हैं, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जो शानदार आगाज करने के बाद अब गुमनाम हो चुके हैं. इस खबर में हम बात कर रहे हैं एक ऐसे खिलाड़ी की, जिसकी तुलना कभी धोनी से की जाती थी.

सौरभ तिवारी

लंबे-लंबे बालों के साथ लंबे कद के सौरभ तिवारी, जिन्हें क्रिकेट प्रेमियों जूनियर धोनी के नाम से पुकारते थे. इसके पीछे वजह ये थी कि दोनों ही बल्लेबाज मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते थे और तेजतर्रार बल्लेबाजी करते थे. सौरभ लंबे शोट्स बिल्कुल धोनी के स्टाइल में लगाते थे. विकेटों के बीच चीते की तरह दौड़ बिल्कुल धोनी की तरह लगाते थे. दोनों में सिर्फ एक ही फर्क था कि धोनी दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं, जबकि सौरभ बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते थे.

तीसरे सीजन में दिखाया था दम

आईपीएल के पहले सीजन में सौरभ ने मुंबई इंडियस के लिए खेला था.  2008 में उन्होंने तीन मैचों में 130 के स्ट्राईक से 26 रन बनाए, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 17 रन था. 2009 में भी उन्होंने मुंबई की ओर से खेला. इस बार उन्हें चार मैचों में से केवल दो मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला और उन्होंने 13 रन बनाए. 2010 में उन्होंने लाजवाब बल्लेबाजी कर 16 मैंचों में 135 के स्ट्राइक रेट से धुआंधार बल्लेबाजी कर 419 रन बनाए. जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 61 रन रहा था. साथ ही तीन हाफ सेंचुरी भी अपने नाम की थी. उन्होंने 2010 के आईपीएल सीजन में इमर्जिंग प्लेयर का अवार्ड भी अपने नाम किया था. साथ ही मुंबई को फाइनल का सफर भी तय कराया था.

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आगामी तीन सीजन में किया खराब प्रदर्शन

2011 के आईपीएल सीजन में तिवारी अपने ख्याति के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं कर पाए थे. उन्होंने 16 मैचों में 187 रन, 2012 के 15 मैचों में 191 रन, जबकि 2013 में उनका प्रदर्शन काफी गिरता चला गया और सौरभ 9 मैचों में सिर्फ 109 रन बनाए. 2014 में दिल्ली ने 70 लाख रुपये में खरीदा, लेकिन चोट के चलते तिवारी एक भी मैच नहीं खेल पाए. 2015 में सौरभ केवल सात मैच खेल सके. 2016 में पुणे ने उन्हें खरीदा. पुणे के लिए 10 मैचों में 170 रनों का योगदान दिया, लेकिन 2017 में ऑक्शन से पहले बाहर का रास्ता पुणे ने दिखा दिया. एक बार फिर से सौरभ अपने पुरानी टीम मुंबई के साथ ही जुड़े, लेकिन 2010 वाला प्रदर्शन दुबारा नहीं दोहरा सके. इनका आईपीएल कैरियर की बात करें तो उन्होंने 93 मैंचों में 21 बार नॉट आउट रहते हुए 1,494 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने आठ अर्धशतक भी लगाए हैं. जबकि उनका स्टाइक रेट 120 का रहा है और औसत 28.73 का रहा है.

रिपोर्ट : पिन्टू कुमार झा

HIGHLIGHTS

  • धोनी जैसा खेलते थे सौरभ तिवारी
  • सौरभ को कहा जाता था लेफ्ट हेंडर धोनी 
  • तीसरे सीजन में दिखाया था दम

Source : News State Bihar Jharkhand

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