एक ओर जहां कोरोना वायरस नाम की महामारी ने पूरी दुनिया को त्राहिमाम कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को क्वारंटीन सेंटर से भी चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला भारत के झारखंड से भी सामने आया है. झारखंड की राजधानी रांची में कोरोना पीड़ित तबलीगी जमात की तीन महिलाएं क्वारंटीन सेंटर में एडमिट थीं ये महिलाएं विदेशी थीं इनके बारे में एक हैरान करने वाला खुलासा सामने आया है. क्वारंटीन सेंटर में कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए भर्ती की गईं ये महिलाएं गर्भवती पाईं गईं हैं. आपको बता दें कि ये क्वारंटीन सेंटर पुलिस और प्रशासन की निगरानी में चल रहा था बाद में इन महिलाओं को जेल में शिफ्ट कर दिया गया जहां ये तीनों ही महिलाएं गर्भवती पाईं गईं.
आपको बता दें कि ये तीनों ही विदेशी महिलाएं पिछले 111 दिनों तक लगातार क्वारंटीन सेंटर में रहने के बाद जेल में शिफ्ट कर दीं गयीं थीं. आपको बता दें कि इस दौरान इन महिलाओं को किसी भी तरह के बाहरी शख्स को मिलने की इजाजत नहीं थी, ऐसे में पुलिस तथा प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक दो महिलाएं इनमें से कुछ दिनों पहले की गर्भवती हैं जबिक तीसरी महिला कुछ दिन बाद गर्भवती हुई है लेकिन तीनों ही महिलाओं के गर्भ तीन महीने से अधिक के नहीं हैं.
जानिए कैसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
इस मामले का खुलासा दरअसल तब हुआ जब हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तीनों महिलाएं जेल से बाहर निकलीं. इन महिलाओं के पति और 17 अन्य लोग भी उसी समय जेल से बाहर निकले थे. दरअसल इन महिलाओं को 30 मार्च को 17 विदेशी तब्लीगी जमात के सदस्यों के साथ पुलिस ने हिरासत में लेते हुए इन पर लॉकडाउन के समय कानून तोड़ने और वीजा नियमों का उल्लंघन करने के मामले का आरोप लगाया था इसके बाद सभी लोगों को खेलगांव स्थित क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था.
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महाराष्ट्र में डॉक्टर ने किया क्वारंटीन सेंटर में रेप
महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. लोगों को लक्षण के बाद क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है. नवी मुंबई के एक क्वारंटीन सेंटर में बलात्कार की घटना ने इन सेंटरों की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है. नवी मुंबई के इस क्वारंटीन सेंटर में 40 साल की महिला से बलात्कार किया गया था. पीड़ित के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 376 और 354 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पनवेल पुलिस के अधिकारी अशोक राजपूत ने बताया कि गुरुवार देर शाम यह घटना हुई है. बात में जब पीड़ित महिला का कोरोना टेस्ट कराया गया तो वह संक्रमित मिली. इस मामले में आरोपी एक डॉक्टर है. घटना के दिन डॉक्टर ने महिला से पूछा कि कोई तकलीफ है क्या? जिस पर महिला ने कहा कि उसे बदन दर्द है. यहां डाक्टर ने मसाज के बहाने महिला को छुआ और जबरन बाथरूम में ले गया और वहां रेप किया.
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जानिए ऐसे रहा पूरा घटनाक्रम
- 30 मार्च 2020: रांची पुलिस ने सभी जमातियों को हिरासत में लेकर क्वारंटीन सेंटर में रखा
- 18 अप्रैल 2020 : के बाद से सभी को क्वारंटीन सेंटर से निकाल कर न्यायिक हिरासत में खेल गांव में ही रखा गया
- 20 मई 2020 : लगभग 50 दिनों के बाद पहली गर्भवती दोनों महिलाओं में से एक ने एक माह के गर्भ की मौखिक जानकारी दी.
- 21 जुलाई 2020 : सभी जमातियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया