नियोजन नीति को लेकर झारखंड हाई कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश भर के छात्र सड़कों पर आ गए हैं. छात्र सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. झारखंड सरकार की तरफ से लागू की गई नियुक्ति नियमावली को झारखंड हाईकोर्ट की तरफ से रद्द कर दिया गया है, जिससे तमाम युवा नाराज़ हो गए हैं. सैकड़ों की संख्या में कहीं मार्च निकाला जा रहा है तो कहीं सरकार के खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं. अगल-अलग जिलों में तमाम में छात्र अपने-अपने अंदाज में विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं. नियुक्ति नियमावली को रद्द किए जाने के बाद झारखंड सरकार की तरफ से इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाने की बात कही गई है. सरकार की इस बात से खफा छात्रों का कहना है कि सरकार मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाकर और उलझाना चाहती है. इससे बेहतर ये हो कि हेमंत सरकार जल्द से जल्द नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर इसे लागू करें ताकि छात्रों का भविष्य बचाया जा सके. इतना ही नहीं छात्रों ने उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार तमाम नियुक्तियों में 5 साल की छूट दी जाए और नियमावली में सभी के लिए समान रूप से लागू कराए जाएं.
स्टडी हब हज़ारीबाग में छात्र-छात्राओं ने हजारीबाग कोलंबस कॉलेज ग्राउंड से विशाल रैली निकाली जो झंडा चौक तक पहुंची. वहीं, देवघर में भी छात्रों ने विशाल रैली के ज़रिए हेमंत सरकार के खिलाफ मोर्चा निकाला और जल्द से जल्द नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर इसे लागू करने की मांग की, ताकि छात्रों का भविष्य बचाया जा सके. इसके अलावा गिरडीह से भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां छात्रों ने नौजवान मोर्चा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान काफी संख्या में छात्र - छात्राओं ने रैली निकाली. यह रैली झंडा मैदान से होकर शहर के अलग-अलग रास्तों से होकर वापस टावर चौक पहुंची और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने कहा कि अगर एक माह के अंदर नियोजन नीति में सुधार नहीं किया गया तो छात्रों के द्वारा इसके बड़े पैमाने पर विरोध - प्रदर्शन किया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- छात्रों ने नियमावली में सरकार से संशोधन की मांग की
- हजारीबाग, देवघर और गिरडीह में छात्रों का विरोध प्रदर्शन
- काफी संख्या में छात्र - छात्राओं ने निकाली रैली
Source : News State Bihar Jharkhand