झारखंड के रामगढ़ जिले में लोगों का गुस्सा इतना फुट पड़ा कि पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को चार घंटे तक बंधक बना लिया. उनका रास्ता रोके रखा उनके ऊपर ग्रामीणों ने जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है. जिससे नारज होकर जब पूर्व मंत्री रामगढ़ पहुंचे तो सबने मिलकर उन्हें बंधक बना लिया. बीच सड़क पर ग्रामीणों ने बांस-बल्ली से उनका रास्ता रोक लिया. जब उन्होंने लोगों को बाउंड्री का काम रोकने का भरोसा दिया तो फिर लोगों ने उन्हें छोड़ा दिया. बता दें कि, योगेंद्र साव विधायक अंबा प्रसाद के पिता हैं.
घटना रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड के हरिहरपुर पंचायत के मेलानी गांव की है. योगेंद्र साव पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जबरन गांव की जमीन पर वह कब्जा कर रहे हैं. मेलानी गांव के लोगों का कहना है कि पतरातू डैम के किनारे 2 एकड़ 42 डिसमिल जमीन ग्रामीणों की है. पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और विधायक अंबा प्रसाद मिलकर जबरन इस जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं. इसी विरोध के तहत ग्रामीणों ने योगेंद्र साव का रास्ता रोक लिया और कृषि मंत्री और विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.
दूसरी तरफ पुरे मामले में पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि वह गांव में अपने कार्यकर्ता से मिलने आए थे. हमारा विवादित जमीन से कोई संबंध नहीं है. जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई और फिर कृषि मंत्री को ग्रामीणों से छुड़वाया गया. वहीं, पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि इस विवादित जमीन पर कोई निर्माण कार्य नहीं होगा. अगर बाउंड्री बन रही है तो उसके काम को भी रोक दिया जाएगा. पुलिस विभाग के इस भरोसे के बाद ग्रामीणों ने योगेंद्र साव को जाने दिया और बंद रास्ता खोल दिया.
Source : News State Bihar Jharkhand