गढ़वा जिले में इन दिनों पशुओं में होने वाली बीमारी लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ा है, जिसके चलते पशुपालकों और किसानों में चिंता की लकीर देखी जा रही है. वहीं, विभाग ने इस पर काबू पाने के लिए एक टीम तैयार कर प्रभावित क्षेत्रों में भेजी है. चिनिया थाना क्षेत्र के हेताड कला गांव में लंपी वायरस बीमारी का प्रकोप आ जाने से अब तक आधे दर्जन पशुओं की मौत हो चुकी है. फिर भी विभाग के पशु के अधिकारी बेपरवाह एवं लापरवाह बने बैठे हैं.
पशुओं के शरीर के कई हिस्सों में सिक्के भर के चकते निकल रहे हैं. जबकि पशुओं का शरीर भी गल गल कर नीचे गिर रहा है. इसकी जानकारी देते हुए बुधवार को हेताड़ कला हथबझवा और सरई दोहर गांव के सेवक कोरवा, चंद्रिका सिंह, गुठल तुरिया, संतोष कुमार प्रसाद, अनिल कोरवा, चंदेश्वर कोरवा, परमेश्वर यादव, सुरेंद्र सिंह, उदय तूरिया, देव नारायण सिंह, सहित दर्जनों किसानों ने बताया कि हमारे पशुओं को लंपी वायरस बीमारी हुए आज लगभग एक महीने होने वाला है जबकि गांव में लगभग आधा दर्जन पशुओं की मौत भी हो चुकी है. फिर भी अभी तक ना तो पशुपालन विभाग के कोई डॉक्टर इस गांव में पहुंचे हैं और ना ही कोई अधिकारी. जिससे हमारे पशुओं की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होते चली जा रही है.
आपको बता दें कि इस गांव के ज्यादातर लोगों की जीविका पशुपालक के सहारे ही होती है तो वहीं पशुओं की मौत होने के बाद कई किसानों की कमर से टूट गई है. किसानों ने अपने मृत हुए पशुओं की सरकार से मुआवजे की मांग की है और जल्द से जल्द गांव में पशु डॉक्टर को भेज कर सभी पशुओं को इलाज करने की मांग की है.
वहीं, इसी संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि गांव में पशुओं में बीमारी होने की सूचना हमें मिली है एक टीम भेजकर पशुओं का इलाज किया जाएगा. फिलहाल सभी पशुपालक अपने पशुओं के प्रति सावधानी बरतें. जल्द ही गांव में डॉक्टरों की टीम को भेजा जाएगा.
रिपोर्ट : धर्मेन्द्र कुमार
Source : News Nation Bureau