हजारीबाग जिले के टाटीझरिया प्रखंड और इचाक प्रखंड क्षेत्र में लगभग 24 जंगली हाथियों के झुंड ने कोहराम मचा रखा है. हाथियों के इस दल ने बीते 25 दिनों में मुरूमातु, होलंग, बेरहो, खंभवा, बांडीह, मंडपा, गोधिया, अमनारी, बेडमक्का, नारायणपुर, खैरा, भराजो, झरपो, लोधी आदि गांवों में किसानों के खेत, धान, मक्का, टमाटर, खीरा, करेला आदि फसलों को रौंदते हुए दर्जनों घरों को तहस-नहस कर दिया है. आक्रामक हाथियों के दस्ते ने जीविकोपार्जन की सामग्री, धान-चावल आदि सामानों को घरों में घुस-घुसकर निगल गए. हाथियों का उत्पात ऐसा है कि घरों में रखे खाद्य सामग्री को पूरी तरह हाथी चट कर गए और बिखेर दिया.
हाथियों ने लोधी में मवेशी को कुचल कर मार दिया. हाथियों के उत्पात को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं. क्षेत्र से हाथियों को भगाने में असफल वन विभाग की उदासीनता का खामियाजा यहां के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है.
टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र में गत 30 जुलाई से हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. हाथियों को क्षेत्र से भगाने में नाकाम वन विभाग की उदासीनता का खामियाजा यहां के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. हाथियों से हो रहे नुकसान से ग्रामीण चिंतित और परेशान हैं. हाथियों के झुंड ने झरपो और लुंडरू में द्वारिका भुइयां का घर और दरवाजा तोड़कर एक क्विंटल चावल, 50 किग्रा गेहूं चट कर गए. घर के पास लगे चापानल को क्षतिग्रस्त कर दिया. यमुना भुंइया उर्फ नान्हू के घर और दरवाजा तोड़कर एक क्विंटल चावल, 50 किग्रा गेंहू चट कर गए. घर में रखा हुआ चौकी और सामानों को बर्बाद कर दिया है. हाथियों ने कई किसानों की फसल को भी रौंद दिया है.
Source : News Nation Bureau