लातेहार सदर थाना क्षेत्र के जलता स्थित कुशमटांड में सर्प दंश से एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की शिनाख्त 40 वर्षीय नीरा देवी के रूप में हुई है. परिजनों ने बताया कि नीरा देवी शनिवार की सुबह शौच के लिए अपने घर से निकली थी, पर शौच करने से पहले ही महिला के पैर में सांप ने डंस लिया. महिला चिल्लाते हुए अपने घर आई और परिजनों को बताया कि उसे सांप ने डंस लिया है. जिसके बाद परिजन उसे आनन फानन में सदर अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां पर चिकित्सकों ने इलाज करना शुरू किया. रविवार रात करीब एक बजे चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. जिसके बाद परिजन ने उसे इलाज के लिए पहाड़पुरी स्थित मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां डॉक्टरों की टीम ने गंभीर स्थिति बताते हुए इलाज तो शुरू किया, लेकिन 4 घंटे इलाज के बाद महिला की मौत हो गई.
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चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत
मृतिक के पति संजय राम का कहना है कि मेरी पत्नी नीरा की मौत सदर अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही के कारण हुई है. यदि अस्पताल के डॉक्टर समय से उसे बाहर ले जाने की सलाह देते तो आज मेरी पत्नी जिंदा होती. चिकित्सकों ने मेरी पत्नी के इलाज में घोर लापरवाही की है. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. संजय ने कहा कि लापरवाह चिकित्सकों पर सरकार कार्रवाई करें. वहीं, मृतिका की बहन का कहना है कि हम जब अस्पताल में डॉक्टरों से पुछ रहे थे कि सर मेरी बहन ठीक हो जायेगी ना तो डॉक्टरों ने कहा कहा कि हम यहां जो इलाज करेंगे वहीं बाहर भी इलाज होगा.
आधी रात महिला को बाहर ले जाने को कहा
वहीं, सुबह से रात हो जाने के बाद जब उसकी हालत में सुधार होने के बजाय जब और बिगड़ गया, तो अचानक रात के एक बजे डॉक्टरों द्वारा उसे बाहर ले जाने को कह दिया गया. रात एक बजे हम कहां ले जाते. पहले डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को नाजुक बना दिया और आधी रात में बाहर ले जाने की बात कह पल्ला झाड़ दिया. मजबूरन हम उसे मिशन अस्पताल ले गए, जहां 4 घंटे के बाद उसकी मौत हो गई. इधर परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंची मुखिया अनिता देवी ने कहा कि हमारे स्तर से पीड़ित परिवार को जो सहयोग हो सकेगा, हम करेंगे.
चार नाबालिग बच्चों की कैसे होगी देखभाल?
साथ ही उन्होंने भी सदर अस्पताल में मरीजों के प्रति लापरवाही की बात करते हुए कहा कि आज नीरा की मौत की वजह अस्पताल के चिकित्सक हैं. परिजनों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है. आपको बता दें कि नीरा देवी के चार बच्चे हैं और चारों नाबालिग है. चार बच्चों में तीन लड़कियां और एक लड़का है. सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. बच्चे अपनी मां को खोज रहे हैं. उनके आंसू रूक नहीं रहे हैं. आस-पास के लोग जब बच्चों को देख उन्हें ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं, तो बच्चों को रोता देख उनके आंख से भी आंसू निकल आ रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- महिला गई थी शौच, पहुंच गई हॉस्पिटल
- चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत
- चार नाबालिग बच्चों की कैसे होगी देखभाल
Source : News State Bihar Jharkhand