ग्वालियर में सोमवार से 500 वैन और दो हजार ऑटो हड़ताल पर हैं . हड़ताल की वजह से करीब 20 हज़ार से ज्यादा बच्चे स्कूल जा पाए . दरअसल स्कूल वैन और ऑटो में बच्चों की ओवरलोडिंग के चलते हाई कोर्ट ने सख्ती दिखाई तो परिवहन विभाग ने स्कूल वैन को प्रतिबंधित कर दिया .
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इसी आदेश के बाद स्कूल वैन और ऑटोवालों ने हड़ताल कर दी. हालांकि परिवहन विभाग ने हड़ताल को अवैध ठहराते हुए चेतवानी दी है कि अगर यह खत्म नहीं की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें वैन चालकों के साथ ऑटो भी शामिल हैं.
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दरअसल वाहन चालकों द्वारा स्कूली बच्चों की ओवर लोडिंग करने पर परिवहन विभाग द्वारा वाहनों के खिलाफ एक सप्ताह से कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद भी वाहन चालक निर्धारित संख्या से ज्यादा बच्चों को बैठाने से पीछे हटने को तैयार नहीं है. कई स्कूलों के बिना परमिट के जल रहे हैं. मंगलवार को आरटीओ ने रेडियंट स्कूल की 16 बसों की जांच की, जिसमें से 7 बसें बिना परमिट के थीं.
वहीं एक स्कूल ऑटो व वैन से छात्राओं को लेकर आने वाले वाहनों की जांच की. एक वैन में 11 छात्राओं को बैठाने पर वाहन को जब्त कर लिया. वहीं सेंट टेरेसा स्कूल के 13 बच्चे ऑटो में बैठे मिले. दो बच्चाें को ऑटो चालक ने अपनी सीट पर बैठाकर रखा था. वहीं इसी स्कूली की एक वैन 12 बच्चों से भरी जब्त की गई.
सेंट टेरेसा स्कूल के 13 बच्चों को बिठाकर ले रहा था ऑटो चालक.
हाईकोर्ट की फटकार के बाद गुरुवार से ही परिवहन अमला स्कूली वाहनों की जांच करने के लिए सुबह 7 बजे से सड़कों पर उतर गया था. कार्रवाई से बचने के लिए ऑटो और वैन के ड्राइवर एक से डेढ़ किमी पहले गश्त का ताजिया, कमल सिंह का बाग, पारदी मोहल्ला सहित अन्य स्थानों पर रास्ते में उतारकर भाग गए थे. यहां से छात्राएं भारी बैग के साथ पैदल ही स्कूल पहुंचीं. कुछ छात्राओं को ट्रैफिक पुलिस ने स्कूल तक पहुंचाया.
Source : News Nation Bureau