राजधानी भोपाल में 10 साल की बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या से पूरा मध्य प्रदेश सहम गया है. इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए भोपाल पुलिस ने दो हवलदार और 4 सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है. गृह मंत्री के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. वहीं दूसरी ओर, इस मामले में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बच्ची से दरिंदगी की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने DIG को लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि जब बच्ची का पिता रिपोर्ट लिखाने के लिए थाने पहुंचा तो उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. इसके अलावा पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप भी लगाया है. परिजनों का आरोप है कि रात में पुलिस ने बच्ची को ढूंढने में मदद नहीं की. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस के खिलाफ भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि पुलिस समय पर अलर्ट हो जाती तो ये घटना नहीं होती.
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बता दें कि भोपाल की मांडवा बस्ती में बच्ची रात 8 बजे गायब हुई थी. वो घर के पास दुकान से सामान लेने गई थी, उसके बाद घर वापस नहीं लौटी. बच्ची के साथ पहले बलात्कार किया गया, फिर बाद में हैवानों ने बच्ची की हत्या कर दी. इतना ही नहीं, हैवान इस घटना को अंजाम देने के बाद बच्ची के शव को उसके घर के बाहर फेंककर फरार हो गए.
एएसपी अखिल पटेल ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मेडिकल आते ही उसकी मौत का कारण पता लगाया जा सकता है. जबकि DIG इरशाद वली ने बच्ची से बलात्कार की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.
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