मध्य प्रदेश के उज्जैन में रेलवे स्टेशन पर कुलियों ने भाप के इंजन का अनोखा जन्मदिन मनाया. दरअसल उज्जैन के ये कुली हर साल अपने इस भाप के इंजन का जन्मदिन मनाते हैं और इस बार रेलवे स्टेशन के बाहर खड़े इंजन का 86वां जन्मदिन था, जिसको लेकर इंजन को फूल-मालाओं से सजाकर केक भी काटा गया. आपको बता दें कि 70 के दशक में नैरोगेज लाइन बंद होने के बाद से यह इंजन निष्क्रिय अवस्था में खड़ा है. रेलवे ने इस इंजन को स्टेशन परिसर के बाहर यादगार स्मृति के रूप में खड़ा कर दिया है.
86 साल पहले लाया गया था उज्जैन
यह नाजारा उज्जैन का है जहां कुलियों को रेलवे इंजन के जन्मदिन को मनाते हुए देखा गया. आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब उज्जैन रेलवे स्टेशन पर इस रेल के इंजन का जन्मदिन मनाया गया हो. 70 के दशक से पूर्व उज्जैन से आगरा के बीच नैरोगेज ट्रेन का संचालन किया जाता था. 86 साल पहले इस भाप के इंजन को उज्जैन लाया गया था. कई वर्षों पहले इस इंजन से नैरोगेज ट्रेन का संचालन किया जाता था. नैरोगेज ट्रेन बंद होने के बाद से यह इंजन निष्क्रिय खड़ा है. कुछ वर्षों पूर्व रेलवे प्रशासन ने इंजन को यादगार स्मृति के रूप में स्टेशन परिसर में खड़ा कर दिया.
पुराने कुलियों की जुड़ी हैं यादें
स्टेशन परिसर में कुली का काम करने वाले शफी बाबा के अुनसार उन्होंने इस ट्रेन में चाय बेची थी. इस इंजन से शफी बाबा और उनके कुली साथियों की सालो पुरानी यादें जुड़ी हुई हैं. इसी वजह से इस यहां के कुली इस इंजन का लगातार जन्मदिन मनाते हुए आ रहे हैं. बीती रात इंजन को फूल-मालाओं से सजाया गया, इसके बाद केक भी काटा गया. इस अनोखे नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इक्कठा हो गए थे.
इस इंजन वाली रेल में नेहरू, इंदिरा और जीवाजीराव भी कर चुके हैं सफर
शफी बाबा के अनुसार नैरोगेज ट्रेन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने भी सफर किया था. इसी वजह से इस इंजन को ऐतिहासिक माना जाता है. कभी जीवाजीराव सिंधिया की धरोहर रहा भाप का यह इंजन अब रेलवे स्टेशन की शोभा बढ़ा रहा है, साथ ही उन दिनों की यादें भी ताजा कर रहा है, जब कभी इसमें बैठकर इंदिरा गांधी, नेहरूजी व स्वयं जीवाजीराव सिंधिया ने सफर किया था. स्टेशन के प्रांगण में सहेजकर रख रखे इस इंजन की 1 जनवरी 2020 को वर्षगांठ के रूप में बनाया गया.
Source : News Nation Bureau