मध्य प्रदेश की राजधानी से तीन दिन पहले लापता हुए तीन साल के मासूम वरुण मीणा का मंगलवार को जला हुआ शव बरामद हुआ. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आरोपियों को सख्त सजा दिलाए जाने का वादा किया है. यह घटना कोलार थाना क्षेत्र के बैरागढ़ चीचली की है. वरुण रविवार की शाम चॉकलेट लेने घर से निकला था, मगर नहीं लौटा. पुलिस रविवार की रात से ही वरुण की तलाश कर रही थी, मगर सफलता नहीं मिली. मंगलवार की सुबह एक बंद पड़े मकान के सामने झाड़ियों में एक जला हुआ शव मिला, जिसकी कदकाठी के आधार पर वरुण के तौर पर पहचान हुई.
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भोपाल के पुलिस उपमहानिरीक्षक इरशाद वली ने संवाददाताओं को बताया कि मृत बच्चे के हाथ-पैर बंधे हुए हैं, शरीर बुरी तरह जला हुआ है. हुलिया से वह वरुण ही लग रहा है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वरुण को आसपास ही जलाया गया या कहीं और हत्या करने के बाद शव को यहां फेंका गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत मे लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस को शक था कि इसमें आसपास के किसी व्यक्ति का हाथ हो सकता है, इसीलिए सोमवार की रात को पीड़ित परिवार के घर के आसपास से सुरक्षा बलों को हटा लिया गया था. आशंका इसी बात की है कि किसी जानने वाले का इस हत्याकांड में हाथ हो सकता है.
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मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मासूम की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'भोपाल के बैरागढ़ चिचली इलाके से गायब मासूम बालक वरुण को प्रयासों के बावजूद सकुशल नहीं बच पाने की खबर बेहद दुखद, मन को द्रवित करने वाली है. पीड़ित परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है. आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश दिए हैं और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.'
बचा दें कि वरुण अपने माता-पिता विपिन मीणा और तृप्ति मीणा का इकलौता पुत्र था. पिता किसान है और इलेक्टीशियन का काम करता है. वरुण के दादा नारायण सिंह मीणा वन विभाग में कार्यरत हैं.
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