अमिताभ बच्चन के चर्चित टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' का हिस्सा बनने की वजह से चर्चा में आई मध्य प्रदेश राज्य सेवा की अधिकारी अमिता सिंह तोमर को सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट करना भारी पड़ा है. अमिता सिंह तोमर को इस पोस्ट की वजह से निलंबित कर दिया गया है. चम्बल की संभागीय आयुक्त रेणु तिवारी ने मंगलवार को कारण बताओ नोटिस का जवाब मिलने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया.
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दरअसल, तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने 23 दिसंबर को एक व्यक्ति की टिप्पणी पर जवाब अपलोड किया था. व्यक्ति ने कराहल इलाके में अतिक्रमण हटाने को लेकर टिप्पणी की थी. जिस पर महिला अधिकारी ने जवाबी टिप्पणी की. उन पर आरोप है कि अपने पोस्ट में उन्होंने धार्मिक मामले पर टिप्पणी करते हुए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था.
फेसबुक पर आपत्तिजनक और धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में अमिता सिंह तोमर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और 24 घंटे में जवाब मांगा था. हालांकि नोटिस मिलने के बाद तहसीलदार ने फेसबुक से तौबा कर ली. महिला अधिकारी ने नोटिस का जवाब देने के बाद 24 दिसंबर को फेसबुक पर फोटो के साथ एक पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था, 'शायद यह मेरी आखिरी पोस्ट है. कल का दिन किसने देखा है.'
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बता दें कि महिला अधिकारी ने अमिताभ बच्चन के क्विज शो 'केबीसी' में 50 लाख रुपये का इनाम जीता था. केबीसी के अलावा अमिता सिंह तोमर 2017 में अपने लगातार हो रहे ट्रांसफर की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करने के चलते भी सुर्खियों में रह चुकी हैं. 9 अगस्त की रात अपने फेसबुक वॉल पर 'चाटुकारिता और भ्रष्टाचार बनाम शासकीय सेवा' शीर्षक से एक पोस्ट में उन्होंने अपनी पीड़ा जाहिर की थी. अमिता सिंह के 16 सालों के सेवाकाल में 10 जिलों में कुल 28 तबादले हो चुके हैं. वह वर्तमान में श्योपुर जिले में तहसीलदार के पद पर हैं, मगर उनकी पदस्थापना निर्वाचन शाखा में है. उन्होंने फेसबुक वॉल पर अपने पोस्ट में कहा था, 'व्यवस्था से घिन आती है, लगता है कि प्रशासनिक अकादमी में चाटुकारिता और भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग दी जा रही है.'
Source : News Nation Bureau