मध्य प्रदेश के दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को वापस लाने का क्र्रम जारी है. अब तक ऐसे लगभग साढ़े तीन लाख मजदूरों वापस जाया जा चुका है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, चौहान ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा, "प्रदेश में न केवल बाहर के प्रदेशों में फंसे मजदूरों को बसों एवं ट्रेनों के माध्यम से लाया जा रहा है, अपितु बाहर के राज्यों के मध्यप्रदेश में फंसे मजदूरों को भी वाहन उपलब्ध कराकर राज्य की सीमाओं पर पहुंचाया जा रहा है. साथ ही सभी के भोजन आदि की व्यवस्था भी की जा रही है. हमारे लिए सभी मजदूर एक समान हैं, हम सभी का पूरा ध्यान रख रहे हैं."
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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा,"प्रदेश में अभी तक तीन लाख 39 हजार मजदूरों को दूसरे राज्यों से मध्यप्रदेश लाया गया है. वहीं दूसरे प्रदेशों के मजदूरों को भी राज्य की सीमा पर छुड़वाया जा रहा है. इस कार्य में कुल 10 हजार बसें लगाई गई हैं. साथ ही 77 ट्रेनें भी मध्यप्रदेश आ चुकी हैं. ट्रेनों के लिए पांच करोड़ रुपये रेलवे को जमा करवाए गए हैं, वहीं बसों पर एक करोड़ रुपये प्रतिदिन व्यय किए जा रहे हैं."
कोरोना की स्थिति के संबंध में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य, मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के 17 जिलों में अब कोरोना का कोई प्रकरण नहीं है. इसमें से नौ जिलों बड़वानी, आगर-मालवा, शाजापुर, श्योपुर, अलीराजपुर, हरदा, शहडोल, टीकमगढ़ एवं बैतूल में पूर्व में कोरोना संक्रमित मरीज थे, परन्तु अब ये जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं. वहीं प्रदेश के आठ जिलों में कोरोना संक्रमण नहीं है.
Source : IANS