सुबह इंदौर शहर में हुई तेज बारिश की वजह से मंडियों में रखा हुआ गेहूं भीग गया. जानकारी के अनुसार लक्ष्मीबाई व छावनी अनाज मंडी में रखा गेहुं भीग गया. प्रदेश में कोरोना संकट की वजह से भोपाल, इंदौर और उज्जैन में विलंब से समर्थन मूल्य पर गेहुं खरीदी को देखते हुए 5 जुन तक उपार्जन किया जाना है. इसलिए बड़ी संख्या में किसान गेहुं लेकर मंडी पहुंचे हुए हैं. मानसून ने केरल में सोमवार को तय समय, यानी 1 जून को दस्तक दे दी.
वहां अधिकांश इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है. अब उम्मीद है कि मानसून देश के बाकी हिस्से में भी समय पर पहुंच जाएगा. इंदौर समेत मध्यप्रदेश में इसके 20 जून तक पहुंचने का अनुमान है. सोमवार रात से अलसुबह तक इंदौर, धार, बड़वानी समेत मालवा निमाड़ के कई जिलों में राहत की बूंदों ने शहर सहित ग्रामीण इलाकों को जमकर भिगोया.
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बूंदाबांदी के बीच सुबह से ही आसमान पर काले घने बादल छाए हुए हैं. बारिश की वजह से इंदौर की मंडियों में रखा कई क्विंटल गेहूं भीग गया है, इसके कारण किसानों का हजारों रुपए माल बर्बाद हो गया. छावनी अनाज मंडी में बड़ी मात्रा में अनाज गीला हुआ. गेहूं बड़ी तादाद में है लेकिन जो गेहूं शेड में था उसे नुकसान नहीं हुआ लगभग 60 से 70 बोरी जो ट्रक में भराई की जानी थी वह बाहर था जो गीला हुआ.
Source : News Nation Bureau