नामदेव दास त्यागी उर्फ कम्प्युटर बाबा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वे अभी जेल में हैं और उनके खिलाफ इंदौर के गांधीनगर थाने में एक और मामला दर्ज किया गया है. उन पर एक प्रवेश द्वार बनाने के दौरान ठेकेदार और उसके मजदूरों से अभद्र व्यवहार और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कराया गया है. वाक्या लगभग दो माह पुराना बताया जा रहा है. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि श्री दिगम्बर जैन गोम्मटगिरी ट्रस्ट के सुपरवाइजर सुभाष दयाल ने गांधी नगर थाने में कंप्यूटर बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
यह भी पढ़ें: पर्यटन कैबिनेट का पुर्नगठन, अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान
इसमें बताया गया कि वो इस ट्रस्ट के ट्रस्टी अजयपाल टोंग्या, कार्यकारी अध्यक्ष प्रतिपाल टोंग्या एवं दिगम्बर जैन समाज युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रिंसपाल टोंग्या के यहां पिछले 20 वर्षों से जुड़े हैं. टोंग्या परिवार एवं जैन समाज के वरिष्ठ एवं प्रतिष्ठित समाज के लोगों ने, जिनमें विमल कुमार सेठी, राजेन्द्र कुमार गंगवाल व गोम्मटगिरी के अध्यक्ष कमल सेठी ने, तीर्थ स्थल पर जाने वाले रास्ते पर विशाल प्रवेश द्वार बनाने का निर्णय लिया था.
शिकायत के अनुसार, गोम्मटगिरी ट्रस्ट को ग्राम जम्बुडी हप्सी की भूमि पर देवधर्म का पुराना मंदिर बना हुआ है और इसी भूमि के रास्ते पर जैन समाज की ओर से गेट बनाने का कार्य किया जा रहा था. जब-जब इस गेट का निर्माण का कार्य ठेकेदार ओमप्रकाश के द्वारा प्रारम्भ किया जाता, तब-तब कम्प्यूटर बाबा और उनके गुंडे अनुयायियों द्वारा बलपूर्वक ओमप्रकाश ठेकेदार एवं उसके मजदूरों के साथ मारपीट कर भगा दिया जाता रहा है. जैन समाज द्वारा इस गेट के निर्माण की देखरेख करने के लिये मुझे नियुक्त किया गया था. तब उक्त कम्प्यूटर बाबा और उसके गुण्डे अनुयायियों द्वारा मेरे साथ अभद्रता और गाली गलौज की गई.
यह भी पढ़ें: आकांक्षी जिला कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए समिति बनी
शिकायत में बताया गया है कि लगभग दो माह पूर्व ठेकेदार ओमप्रकाश, उनके दो मजदूरों ने कम्प्यूटर बाबा और उसके गुंडे अनुयायियों द्वारा निर्माण कार्य करने से बलपूर्वक रोक दिया गया है और उसके साथ गाली-गलौज की. इतना ही नहीं बाद में कंप्यूटर बाबा ने भी अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी. तब पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं की, मगर जब बाबा के खिलाफ मामले दर्ज होने की बात पता चली तब प्रकरण दर्ज कराने आया. ज्ञात हो कि कंप्यूटर बाबा के गोम्मट गिरी आश्रम के अतिक्रमण को पहले ही ढहाया जा चुका है. वहीं बाबा के खिलाफ कई मामले दर्ज है और वह नौ नवंबर से जेल में है.