मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर अभी कर संशय मचा हुआ है. अभी तय नहीं है कि मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट कब कराया जाएगा. प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच सरकार अपने नियमित कामकाज निपटाने में लगी है. राज्य में राजनीतिक नियुक्तियां हो रही हैं और प्रशासनिक फेरबदल भी जारी हैं. राज्य में विपक्षी दल फ्लोर टेस्ट की मांग पर अड़े हैं तो कांग्रेस बेंगलुरू ले जाए गए 16 विधायकों को भोपाल लाकर फ्लोर टेस्ट कराने पर सहमति जता रही है.
यह भी पढ़ेंः
इस बीच, बीते दो दिनों में राज्य सरकार ने कई आयोगों के अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है. कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा को महिला आयोग का अध्यक्ष, कमलनाथ के करीबी प्रोफेसर आलोक चंसोरिया को निजी विश्वविद्यालय आयोग का अध्यक्ष, पूर्व सांसद डॉ. आनंद अहिरवार को राज्य अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष और कांग्रेस आईटी सेल के अभय तिवारी को युवा कल्याण आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
यह भी पढ़ेंः
कमलनाथ सरकार राजनीतिक नियुक्तियां करने के साथ-साथ प्रशासनिक फेरबदल भी कर रही है. सोमवार रात अपर मुख्य सचिव एम. गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव बनाया गया. देर रात रेड्डी ने पदभार संभाल लिया. वहीं मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती को प्रशासन अकादमी का महानिदेशक बनाया गया है. इसी तरह अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की पदस्थापना भी की जा रही है. कई विश्वविद्यालयों के कुलसचिव भी बदले गए हैं.
Source : IANS/News Nation Bureau