लीक से हटकर चलने का नाम आरिफ मोहम्मद खान है. तब वह चाहे राजनीति या निजी जीवन, दोनों जगह आरिफ मोहम्मद खान ने अपना रास्ता चुना और गढ़ा है. अलीगढ़ मुस्लिम में छात्र राजनीति से सार्वजनिक जीवन शुरू करने वाले आरिफ कट्टरवाद और कठमुल्लापन के घोर विरोधी रहे हैं. शाहबानो मामले में राजीव गांधी के यू टर्न लेने पर उन्होंने राजीव गांधी कैबिनेट से इस्तीफा देकर देश में सुर्खियों में आए थे. अब वह उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की आरती में शामिल होकर चर्चा के विषय बन गये हैं.
इस्लाम में बुतपरस्ती की मनाही है. लेकिन आरिफ मोहम्मद खान किसी दूसरी मिट्टी के बने हैं. धर्म और संस्कृति को अलग मानने वाले आरिफ मोहम्मद कान हमेशा मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर रहे हैं. लेकिन इसकी उन्होंने कभी परवाह नहीं की.
महाकालेश्वर आरती में शामिल हुए केरल के राज्यपाल
शनिवार सुबह उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की आरती में शामिल हुए. वे सुबह 7.30 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे. राज्यपाल शिव भक्ति में रमे हुए नजर आए. उन्होंने ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप भी किया.
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पूजन के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘भगवान महाकाल से क्या मांगा, ये तो बताना नहीं चाहिए, फिर भी मैंने देश का कल्याण और प्रगति मांगी है. देश बड़े संकट से गुजर रहा है. भगवान से यही प्रार्थना की है कि दुनिया कोरोना संकट से बाहर आए. देश फिर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़े.’
विधि-विधान से किया महाकाल का पूजन
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शुक्रवार शाम को उज्जैन पहुंच गए थे. उन्होंने देवास रोड स्थित सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया. वे शनिवार सुबह आरती में शामिल होने महाकाल मंदिर पहुंचे. राज्यपाल ने विधि-विधान से भगवान महाकाल का पूजन किया. पुजारियों ने आरती करवाई.
आरिफ को मिला शॉल-श्रीफल और महाकाल का प्रसाद
आरती के बाद SDM गोविंद दुबे और महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारियों ने शॉल-श्रीफल और महाकाल का प्रसाद देकर राज्यपाल का सम्मान किया. इसके बाद राज्यपाल इंदौर रोड पर एक अन्य कार्यक्रम में भी शामिल हुए.
HIGHLIGHTS
- केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान शुक्रवार शाम को उज्जैन पहुंच गए थे
- उन्होंने देवास रोड स्थित सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया
- वे शनिवार सुबह आरती में शामिल होने महाकाल मंदिर पहुंचे